नई दिल्ली: हाल में केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल के बाद स्मृति ईरानी को एचआरडी मंत्रालय से हटाकर कपड़ा मंत्रालय दे दिया गया। सूत्रों के मुताबिक स्मृति अपनी पसंद के शख्स को सीबीएसई का चीफ बनवाना चाहती थीं, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिजेक्ट कर दिया। यह दूसरी बार है जब स्मृति की पसंद के अफसर को सीबीएसई चीफ के लिए रिजेक्ट किया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से डॉ सवेंद्र विक्रम बहादुर सिंह को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन ( सीबीएसई) के चेयरमैन बनाए जाने के लिए मंजूरी नहीं दी गई। विक्रम के नाम को पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने चुनाव किया था। यह फैसला नियुक्ति करने वाली समिति ने लिया है। इस कमेटी के सारे बड़े फैसले प्रधानमंत्री मोदी ही लेते हैं। पीएम की अगुआई वाली अप्वाइंटमेंट्स कमेटी ऑफ द कैबिनेट (एसीसी ) को ही इस बारे में फैसला लेना होता है। मोदी ने सर्वेंद्र सिंह को सीबीएसई चीफ बनाने का प्रपोजल खारिज कर दिया। यह पहला मामला नहीं है जब स्मृति के सेलेक्शन पर सवाल उठे हों। इससे पहले अगस्त 2015 में वह सतबीर बेदी को CBSE का चेयरमैन बनाना चाहती थीं लेकिन उनके नाम पर भी पक्की मुहर नहीं लग सकी थी। CBSE में दिसंबर 2014 से कोई चेयरमैन नहीं है। इस पद के लिए ज्वाइंट सेकेट्री रैंक का कोई अधिकारी चाहिए।
उसके पास शैक्षिक प्रशासन का तीन साल का अनुभव भी होना चाहिए। फिलहाल, अगस्त 2015 से एचआरडी में ज्वाइंट सेक्रेटरी वीएसके सेशु कुमार के पास सीबीएसई चेयरमैन का चार्ज है।