नई दिल्ली: चार अफ्रीकी देशों की यात्रा पूरी कर मंगलवार सुबह स्वदेश लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के हालत की समीक्षा की। उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की और यह बैठक दो घंटे से ज्यादा चली । इस हाई लेवल मीटिंग में खुफिया विभाग और एनएसए प्रमुख भी शामिल हुए। बैठक के बाद कश्मीर को केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद देने की बात कही गयी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर में शांति बनाए रखने की लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में किसी निर्दोष को कोई नुकसान नहीं पहुंचे। बैठक में प्रधानमंत्री को घाटी के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, जहां शुक्रवार को वानी की मौत के बाद से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष में मरने वालों की तादाद 24 हो गई है। बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल और विदेश सचिव एस जयशंकर सहित अन्य लोगों ने शिरकत की। इस बीच कश्मीर के बिगड़ते हालात की वजह से गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपना अमेरिकी दौरा रद्द कर दिया है। राजनाथ 17 जुलाई को अमेरिका में सुरक्षा को लेकर होने वाली बैठक में शामिल होने वाले थे। जम्मू कश्मीर के हालात पर कल रात एक महत्वपूर्ण बैठक में पर्रिकर, जेटली और डोवाल ने शिरकत की थी। डोवाल प्रधानमंत्री के साथ दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर गए थे, पर उनसे एक दिन पहले ही वापस लौट आए। मंत्रियों को केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों ने घाटी में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि तमाम बलों से अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सीमा के इर्द गिर्द सतर्कता बढ़ाने को कहा गया है ताकि हालात का फायदा उठाकर किसी तरह की ताजा घुसपैठ पर अंकुश लगाया जा सके। सूत्रों के अनुसार सुरक्षा बलों से यह भी कहा गया है कि वह प्रदर्शनकारी नागरिकों के खिलाफ विवेकपूर्ण तरीके से बल प्रयोग करें। पर्रिकर ने संवाददाताओं को बताया था कि गृह मंत्रालय कश्मीर के सुरक्षा हालात का जायजा लेगा और किसी भी इलाके में बलों की संख्या बढ़ाने जैसी किसी भी तरह की सहायता के लिए सेना तैयार है। इससे पूर्व गृह मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित विपक्षी नेताओं और सभी दलों के संसदीय नेताओं के साथ कश्मीर के ताजा घटनाक्रम पर चर्चा की। सोनिया और उमर के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत में गृह मंत्री ने उन्हें कश्मीर घाटी में शांति और सामान्य हालात की बहाली के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।