नई दिल्ली: विवादास्पद धर्म उपदेशक जाकिर नाइक अगले दो-तीन हफ्ते तक भारत नहीं लौटेगा। जाकिर को तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुम्बई पहुंचना था लेकिन वह नहीं आया। जाकिर मुंबई स्थित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरओ) का संस्थापक एवं अध्यक्ष है। आईआरओ की तरफ से सोमवार को कहा गया कि नाइक जांच में सहयोग के लिए तैयार है। इस बीच जाकिर नाइक की कल यानी मंगलवार को होनेवाली प्रेस कांफ्रेस रद्द कर दी गई है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक जाकिर इस समय सऊदी अरब में है और अफ्रीका के किसी देश में जाने की तैयारी में है। वहीं, मुंबई स्थित जाकिर के घर के पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। इन खबरों के सामने आने के बाद लोगों में उसके प्रति नाराजगी है कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में पिछले दिनों एक रेस्तरां में भयावह आतंकी हमले को अंजाम देने वाले कुछ उग्रवादी नाइक के कथित ‘भड़काउ’ भाषणों से प्रेरित थे। नाइक ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को हालांकि खारिज कर दिया है। मुंबई पुलिस आज जाकिर नाइक के घर पर पहुंची। माना जा रहा है कि इस मामले में जाकिर नाइक से मुंबई पुलिस पूछताछ भी कर सकती है। सुरक्षा एजेंसियां भी इस मामले की जांच कर रही है। इस बीच शिवसेना ने विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को सऊदी अरब से भारत लौटते ही गिरफ्तार किया करने की मांग की है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा है ‘जिस तरह पाकिस्तान में रह रहे अजहर मसूद जैसे उन्मादी खुलेआम जहर उगलते है, उसी तरह जाकिर नाइक जैसे लोग शांति के नाम पर अपने सामाजिक कार्य की आड़ में अपने इरादों को अंजाम देते हैं।
नाइक पिछले कई साल से राष्ट्र विरोधियों को संरक्षण देते रहे हैं तथा ढाका में नरसंहार के बाद उनके द्वारा दिए जा रहे शांति के उपदेशों की असलियत उजागर हो गई है।’ गौर हो कि बांग्लादेश सरकार ने कल नाइक के भाषणों के प्रसारक पीस टीवी पर प्रतिबंध लगा दिया। यह खबरें आई थीं कि ढाका में एक रेस्तरां पर एक जुलाई को किए गए हमले को अंजाम देने वाले कुछ बांग्लादेशी उग्रवादी नाइक के ही ‘भड़काऊ’ भाषणों से प्रेरित थे। इस हमले में 22 लोगों की जान गई थी । मृतकों में अधिकतर विदेशी नागरिक थे।