नई दिल्ली /इस्लामाबाद: ऐसे समय जब भारत, आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर घाटी में अमन कायम करने के जीतोड़ प्रयास कर रहा है, पाकिस्तान की ओर से मामले में ऐसा बयान आया है जो यहां तनाव को और बढ़ा सकता है। गौरतलब है कि एक एककाउंटर में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में भड़की हिंसा में अब तक 23 लोगों की मौत हुई है, जबकि करीब 300 घायल हुए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपने बयान में भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों के हाथों बुरहान और अन्य नागरिकों की मौत पर गहरा दुख जताया है। नवाज शरीफ के ऑफिस की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है। इस बयान पर भारत की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है। भारत ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा है कि वह हमारे आंतरिक मामलों में दखल न दे। भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ तौर पर कहा है कि कश्मीर हिंसा पर पाकिस्तान के बयानों से आतंकवाद को शह देने की पुष्टि होती है। गौरतलब है कि आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर 22 वर्षीय वानी को सुरक्षा बलों ने शुक्रवार रात को कश्मीर में मार गिराया था। इस घटना के बाद से राज्य में आगजनी और हिंसा जारी है और नागरिकों की ओर से सुरक्षा बलों पर हमले किए जा रहे हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जमात प्रमुख हाफिज सईद ने एक रैली की जिसमें सार्वजनिक रूप से 'और अधिक बुरहान वानी लाने' की चेतावनी दी गई।
हाफिज को मुंबई हमले सहित भारत में हुई कई आतंकी घटनाओं का मास्टर माइंड माना जाता है। रैली के दौरान एक भारत के लिए एक और वांटेड सैयद सलाहुद्दीन के साथ मंच साझा किया। यह रैली पीओके के मुजफ्फराबाद में आयोजित हुई। इस बीच, जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे युवाओं के अभिभावकों के नाम अपील जारी की है। अपील में युवाओं को संयम बरतने की सलाह देने का आग्रह किया गया है। मेहबूबा ने अलगाववादी नेताओं से भी सहयोग मांगा है।