नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा को 2017 में होनेवाले उत्तर प्रदेश के चुनाव के मद्देनजर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी आगामी 15 जुलाई से प्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगी, इस बाबत ऐलान जल्द होने की संभावना है। साथ ही यह भी कयास लगाया जा रहा है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित यूपी चुनाव प्रचार समिति की प्रमुख हो सकती है।गौरतलब है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का नाम कांग्रेस की तरफ से यूपी में मुख्यमंत्री पद के लिए लिया जा रहा है। जब 78 साल की शीला दीक्षित से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो मैं लड़ूंगी। मैं यूपी की बहू हूं और मेरे ख्याल से यही काफी है। याद रहे कि प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने की अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही है। प्रियंका को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग कांग्रेस के अंदर लगातार उठ रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका को चुनाव मैदान में उतारने की सलाह दे चुके हैं। दूसरी तरफ यूपी कांग्रेस के नए प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने प्रियंका को अमेठी और रायबरेली से बाहर भी प्रचार करने का प्रस्ताव दिया था जिस पर उन्हें प्रियंका की तरफ से साकारात्मक संकेत मिले थे।
शनिवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा था कि प्रियंका अमेठी और राय बरेली में अपने परिवार के गढ़ से बाहर निकलेंगी और समूचे राज्य में पार्टी के लिए प्रचार करेंगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शुरुआत में शीला दीक्षित ने खुद को यूपी की सीएम उम्मीदवार बनाए जाने के विचार को नकार दिया था, लेकिन उन्हें अपनी राय पर दोबारा गौर करने को कहा गया था। अब उन्होंने नई भूमिका को स्वीकार करने का फैसला किया है। शीला दीक्षित ने पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। सूत्रों ने कहा कि शीला दीक्षित को दो विकल्प दिए गए थे- यूपी में शीर्ष पद या पंजाब में कांग्रेस के चुनाव प्रचार संभालने की जिम्मेदारी। शीला ने इसके लिए समय मांगा था और बाद में उन्होंने पंजाब में जिम्मेदारी संभालने से मना कर दिया। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी की मदद के लिए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मदद ली गई है। उन्होंने कथित तौर पर सुझाव दिया है कि अगर राहुल राज्य में पार्टी का नेतृत्व करने से मना करते हैं तो प्रियंका को इसकी कमान सौंपी जानी चाहिए। उन्होंने शीला दीक्षित को भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का चेहरा बनाने का सुझाव दिया है। सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी और शीला दीक्षित इस ज़िम्मेदारी को लेने के लिए राज़ी हो गई हैं । उधर प्रचार की कमान सौंपे जाने की जोरदार अटकलों के बीच पार्टी की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी सोमवार को पार्टी के जिलाध्यक्ष उमाशंकर मिश्र के निधन पर श्रद्धांजलि देने के लिये अचानक रायबरेली पहुंचीं और शोक संतप्त परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त की।