नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कल एक इंटरव्यू में किए गए विदेश नीति से जुड़े दावों को आज (बुधवार) कांग्रेस ने सिरे से खारिज कर दिया। कांग्रेस ने कहा कि चीन से भारत के रिश्ते बेहद खराब हुए हैं और पाकिस्तान की सीमा से होने वाली घुसपैठ और आतंकवादी हमलों में काफी इजाफा हुआ है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने हैरत जताई कि मोदी सरकार अपनी विदेश नीति को सफल कैसे बता सकती है, जब प्रधानमंत्री चीन जैसे पड़ोसी देशों के नेताओं के साथ जितना अधिक मिलते हैं, वे उतना ही अधिक हमारे खिलाफ चले जाते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब प्रधानमंत्री चीन को मनाने की कोशिश कर रहे थे, चीनी सुरक्षा बल हमारी सीमा में घुसपैठ कर रहे थे।’ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके आजाद ने कहा कि 2008 में आतंकवाद घाटी में बिल्कुल थम सा गया था, लेकिन पिछले दो साल में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। घात लगाकर भारतीय सुरक्षा बलों पर किए जा रहे हमले की घटनाओं पर चिंता जताते हुए कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘पिछले 60 साल के मुकाबले पिछले दो साल में ज्यादा संघषर्विराम उल्लंघन की घटनाएं हुई हैं और हम देख रहे हैं कि पठानकोट और पम्पोर में आतंकवादी हमले हुए हैं।’ उन्होंने दावा किया, ‘हम 1990 के दशक में देखी गई हिंसा के दौर में वापस पहुंच गए हैं।’ अमेरिका में अपने भव्य स्वागत के बाद चीन के भारत के साथ गर्मजोशी से पेश आने के प्रधानमंत्री मोदी के दावे को खारिज करते हुए आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर राजीव गांधी ने एक ही समय में अमेरिका, रूस और चीन तीनों से अच्छे संबंध कायम करने में सफलता पाई थी। उन्होंने सवाल किया, ‘दो साल से प्रधानमंत्री विदेश
यात्रा में लगे थे, लेकिन इन यात्राओं का नतीजा क्या रहा?’ प्रधानमंत्री द्वारा एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू की तरफ इशारा करते हुए आजाद ने कहा कि कांग्रेस को खुशी होती यदि प्रधानमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया होता और पत्रकारों को उनसे सवाल पूछने का मौका मिला होता।