नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्य सभा में जवाब दिया। उन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव में कहा कि सभी सांसदों ने राष्ट्रपति की बात मानी, संसद चलने लगी। संसद चलने से सांसदों को बोलने का मौका मिला। ज्यादा देर तक काम करने से सांसद खुश हैं। उन्होंने कांग्रेस पर कहा कि मृत्यु कभी बदनाम नहीं होती है। कांग्रेस को वरदान मिला हुआ है। वह बदनाम नहीं होती है। जब मायावती जी के बारे में बोला जाता है तो खबर आती है कि मायावती पर हमला लेकिन जब कांग्रेस के बारे में बोला जाता है तो कहा जाता है कि विपक्ष पर हमला। उन्होंने कहा कि देश को जीएसटी बिल का इंतजार है। दोनों सदनों में तालमेल होना जरूरी है। वह राज्य सभा के सभी सदस्यों से अनुरोध करते हैं कि वे अटके पडे़ बिलों को पास कराने में मदद करें और देश में तेजी से होते विकास में अपना योगदान दें।मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में रहते हुए मेहनत की होती तो जन धन के तहत मुझे लोगों का खाता नहीं खुलवाना पड़ता। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि आखिर 30 साल बाद भी गंगा मैली क्यों है? प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में कहा कि देश को जीएसटी बिल के पास होने का इंतजार है।
उन्होंने कहा कि सदन अच्छे माहौल में चल रहा है इसलिए देशहित में कई अहम बिल पास होने भी जरूरी है। उन्होंने इस सिलसिले में विपक्ष से सहयोग करने की अपील की। उन्होंने विपक्ष से कहा कि कहा कि देश हित में बिल पास करवाने में सहयोग करे। इसके लिए दोनों सदनों में तालमेल का होना बेहद जरूरी है। लोकसभा में पास बिल राज्यसभा में भी पास होने दे। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार और तेरी सरकार की बजाय देश हित में मुद्दों पर बात होनी जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार को सजग करने के लिए प्रश्नकाल अहम है। सांसदों को जवाब देने के लिए मंत्री रातभर तैयारी करते है। सदन में सभी सदस्य सक्रिय है, यह बड़ी अच्छी बात है। कल देर रात तक सदन चला और किसी सदस्य के चेहरे पर थकान नजर नहीं आई। यह देखकर बहुत खुशी हुई। पीएम मोदी ने कहा कि सदन में सभी सदस्यों को चर्चा करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर हमला विपक्ष पर हमला कहलाता है। कांग्रेस को कभी बदनामी नहीं मिलती। कांग्रेस को वरदान मिला हुआ है इसलिए उसे बदनामी नहीं मिलती है। कांग्रेस में कुछ लोगों के सुर भूले-बिसरे गीतों की तरह है। उन्होंने राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद से गुजारिश करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में 30 फीसदी टिकट अनपढ़ों को दिए जाएं।