नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह इस तरह की धारणा पैदा कर रहे हैं कि देश में ‘तानाशाही’ जैसे हालात हैं। राजग सरकार के खिलाफ कांग्रेस उपाध्यक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि इन आरोपों के ‘ना सिर है, ना पैर।’ उन्होंने कहा, ‘‘ये आरोप जवाब देने लायक भी नहीं हैं..ये तो आरोप तक नहीं हैं।’ उन्होंने कहा कि राहुल शोषित वर्ग और गरीबों की बात करते हैं लेकिन उनकी पार्टी ने पिछले 10 साल सत्ता में रहते हुए उन लोगों के लिए कुछ नहीं किया। मंत्री ने कहा, ‘राहुल गांधी हर जगह जा रहे हैं और ऐसी धारणा पैदा करना चाहते हैं कि देश में तानाशाही जैसे हालात हैं, जो सही नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘अगर देश में कभी तानाशाही देखी गयी तो यह 1975 से 77 के बीच आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने दिखाई थी। इसलिए यह उनकी विरासत है और हमारी कार्यशैली ऐसी नहीं है।’
जावड़ेकर ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार समावेशी विकास के मॉडल पर चल रही है। उन्होंने ‘मोदी सरकार किसानों, युवाओं, गरीबों और वंचित वर्ग की है और यह इन वर्गों के उत्थान के लिए काम कर रही है और वे इसे पसंद कर रहे हैं। लेकिन जिन्होंने 10 साल तक इन वर्गों के बारे में सोचा तक नहीं, अब उन्हें लेकर चिंतित हैं।’ जावड़ेकर ने कहा, ‘इस वजह से वे ऐसे सवाल उठाते हैं जिनके ना तो सिर होता है और ना पैर..।’ पश्चिम बंगाल और केरल में विधानसभा चुनावों के दौरान जेएनयू छात्रसंघ के नेता कन्हैया कुमार द्वारा वामपंथी दलों के लिए प्रचार किये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘सभी को ऐसा करने का अधिकार है।’