नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए विपक्ष ने आज (गुरूवार) राज्यसभा में सरकार पर ‘‘राष्ट्रवाद के नाम पर मजाक’’ करने का आरोप लगाया और कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और विकास जैसे वास्तविक मुददे हाशिए पर चले गए हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हो रही चर्चा को आगे बढ़ाते हुए जदयू के शरद यादव ने आरोप लगाया कि सरकार वास्तविक मुद्दों की कीमत पर ‘‘राष्ट्रवाद के नाम पर मजाक’’ कर रही है। यादव ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी ऐसा राष्ट्रवाद नहीं देखा। इस क्रम में उन्होंने जेएनयू की घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति बन गयी है कि अब लोग देश में सुरक्षित महसूस नहीं करते। उन्होंने कहा कि युवाओं के खिलाफ 1860 के कानून का उपयोग किया जा रहा है। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन इस दिशा में कुछ नहीं किया गया है और कालाधन लाने में भी सरकार नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि कभी भी दाल की कीमत इतनी नहीं हुयी थी जितनी इस सरकार के कार्यकाल में पहुंच गयी।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कच्चे तेल की कीमतों में आयी कमी का लाभ लोगों को नहीं दे रही है। यादव ने सरकार पर रोहित वेमुला मुद्दे के राजनीतिकरण का आरोप लगाया और कहा कि एक ओर लोगांे को आरक्षण दिया जाता है, दूसरी ओर उन्हें परेशान किया जाता है। देश के विकास में यहां की जाति व्यवस्था को एक बड़ी बाधा करार देते हुए यादव ने इस विषय पर विशेष चर्चा कराने का सुझाव दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभिभाषण में भ्रष्टाचार का कोई जिक्र नहीं किया गया है।