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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): अंतरिम जमानत पर तिहाड़ जेल से रिहा हुए जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने विश्व विद्यालय परिसर में जेल से लौट कर छात्रों के बीच खुलकर अपनी बात रखते हुए केंद्र सरकार और भाजपा एवं उसकी छात्र इकाई एबीवीपी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि 'हमारी किसी के प्रति कोई नफरत नहीं और एबीवीपी के प्रति तो बिल्‍कुल नहीं। उन्होंने कहा कि देश की न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा है। इस बार पढ़ा कम, झेला ज्यादा।उन्होंने कहा कि हम एबीवीपी को विपक्ष की तरह देखते हैं। कन्हैया ने प्रधानमंत्री से भारी वैचारिक मतभेद का ज़िक्र करते हुए कहा कि जेएनयू पर हमला नियोजित था,पीएम 'मन की बात' करते हैं, सुनते नहीं हैं।कथित तौर पर राष्ट्र-विरोधी नारे लगाने के लिए देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे 29 वर्षीय कुमार ने परिसर में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके प्रधानमंत्री के साथ कई मतभेद थे लेकिन वह उनके ‘सत्यमेव जयते’ वाले ट्वीट से सहमत हैं जो उन्होंने जेएनयू विवाद पर लोकसभा में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के उग्र लहजे वाले भाषण पर किया था क्योंकि यह संविधान में है।

नारेबाजी और जोरदार तालियों के बीच अपने भावुक भाषण में उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्रधानमंत्री के साथ कई मतभेद हैं लेकिन मैं उनके सत्यमेव जयते के ट्वीट से समहत हूं क्योंकि यह शब्द हमारे संविधान में है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत से आजादी नहीं चाहते हैं। हम भारत के भीतर आजादी चाहते हैं।’’ यहां तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान अपने साथ खड़े रहने वालों को धन्यवाद देते हुए कुमार ने कहा कि उन्हें भारत के संविधान और न्यायपालिका में भरोसा है। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष को तुम दबा नहीं पाओगे। तुम जितना दबाओगे, हम उतना खड़ा होंगे। हम एबीवीपी, आरएसएस और भाजपा के खिलाफ जमकर खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा किसान भी शहीद हो रहा है,सीमा पर शहीद जवानों को हमारा सलाम,लोगों को लड़ाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि देश में जो हो रहा है वह खतरनाक प्रवृति है।आप झूठ को झूठ बना सकते हैं, सच को झूठ नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन स्वत: स्‍फूर्त है । इस संघर्ष को तुम दबा नहीं पाओगे। तुम जितना दबाओगे, हम उतना खड़ा होंगे।

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