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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): एयरसेल मैक्सिस सौदा मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप पर सरकार ने बुधवार को स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह व्यक्ति कितना महत्वपूर्ण क्यों न हो। लोकसभा में एयरसेल मैक्सिस सौदे में पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे पर लगे आरोपों को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अन्नाद्रमुक और बीजद की मांग पर नियम 193 के तहत चर्चा हुई। जवाब देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में कोई भी उससे जुड़ा या संबद्ध पाया जाएगा तो उसे नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार एयरसेल मैक्सिस समेत हर मामले की तह तक जाने और इन मामलों को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाने को प्रतिबद्ध है और किसी को बचाने या छिपाने को कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार इस मामले में पिछली सरकार के रूख से प्रभावित नहीं होगी। जेटली ने कहा, कानून के तहत जो भी कार्रवाई की जानी है, की जाएगी। इन जांच को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाएगा। अगर प्रथम द्रष्टया कोई भी साक्ष्य मिलता है तब किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। चाहे वह व्यक्ति कितना भी महत्वपूर्ण क्यों न हो। वित्त मंत्री ने कहा, जहां तक टूजी का सवाल है कानून अपना काम करेगा। यह कहना पूरी तरह से निराधार है कि वर्तमान सरकार इस मामले में धीमी रफ्तार से काम कर रही है।

आरोपपत्र दायर कर दिए गए हैं, अदालती सुनवाई चल रही है। सुप्रीमकोर्ट की निगरानी में यह विषय आगे बढ़ रहा है। जल्द ही न्याय होगा। एयरसेल मैक्सिस मामले का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, पूर्व की सरकार का चाहे जो भी रुख रहा है, हम उससे प्रभावित नहीं है। जांच एजेंसियों को इस मामले की जांच करने की पूरी स्वतंत्रता है। कांग्रेस और वामदलों ने वाकआउट किया एयरसेल मैक्सिस सौदा मामले पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए एआईडीएमके और बीजू जनता दल दोनों ने केंद्र की एनडीए सरकार और कांग्रेस के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया और सरकार से जानना चाहा कि वह कौन सी ताकत है जो दोनों बाप बेटों को बचा रही है। कांग्रेस और वामदलों के सदस्यों ने कार्यवाही के नियमों और कानून का उल्लंघन कर सदन में इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आसन पर नियमों की घोर अवहेलना करने का आरोप लगाया और कांग्रेस सदस्य वाम सदस्यों के साथ सदन से वाकआउट कर गए।

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