नई दिल्ली: भारत सरकार की कोशिशों की बदौलत जर्मनी के शरणार्थी शिविर में फंसी महिला गुरप्रीत आज दिल्ली लौट रही हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को ट्वीट किया कि गुरप्रीत और उसकी सात साल की बेटी गुरुवार सुबह उड़ान संख्या एआई120 से फ्रेंकफर्ट से नई दिल्ली पहुंचेगी। गौर हो कि मंगलवार को गुरप्रीत के माता-पिता ने विदेश मंत्री से उनकी बेटी और नातिन को भारत लाने की गुहार लगाई थी। गुरप्रीत का आरोप है कि सुसरालवालों की वजह से उसे रिफ्यूजी कैंम्प में अपनी 8 साल की बच्ची के साथ रहना पड़ा। गुरप्रीत ने ट्विटर पर अपना दर्द बयां करते एक वीडियो डाला था, जो मीडिया में आने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की नज़र में गया।
गुरप्रीत का कहना है कि उसे यह भी नहीं पता कि उसके पति किस हालत में हैं और कहां हैं? विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पहल के बाद गुरप्रीत और उसकी बेटी को फ्रैंकफर्ट के भारतीय कौंसुलेट लाया गया। सुषमा स्वराज ने भारतीय दूतावास पहुंचने पर गुरप्रीत और उनकी बेटी की एक तस्वीर भी ट्वीट की। गुरप्रीत ने पुलिस कमिश्नर को जो शिकायत दी थी, उसमें महिला ने बाताया था कि उसकी शादी सेक्टर-15 के गुरुद्वारे में मनोज कुमार कपूर से 31 जुलाई सन् 2006 को हुई थी। वह सेक्टर-17 के मकान में किराए पर रही थी। बिचौलिया की भूमिका ननद ग्रेटर कैलाश निवासी सुनीता खन्ना पत्नी विश्वास खन्ना और उसकी बहन साधना कौचर ने निभाई थीं। शादी से पहले बताया गया था कि पति का नवजात नाम की महिला से तलाक हो चुका है। आठ अगस्त 2008 को महिला ने अपनी बेटी तयांशी को जन्म दिया था। अब तयांशी सात वर्ष की हो चुकी है।