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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव होने में कुछ दिन बचे हैं। बीजेपी जहां अपने कुनबे एनडीए को बड़ा और मजबूत करने में जुटी है। दूसरी ओर कांग्रेस में एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने की शुरुआत महाराष्ट्र से हुई। ये सिलसिला दूसरे राज्यों में भी शुरू हो गया। अब पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी और पटियाला से चार बार कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव जीतने वाली परनीत कौर बीजेपी में शामिल हो गई हैं। परनीत कौर पिछले 25 साल से पटियाला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ती रही हैं। ऐसे में बीजेपी उन्हें पटियाला सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है। परनीत कौर की उम्र 79 साल है।

कांग्रेस ने परनीत कौर को 3 फरवरी 2023 को निलंबित कर दिया था। इस वजह से परनीत कौर ने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया था। परनीत पर आरोप लगे थे कि वह लगातार बीजेपी के कार्यक्रमों में जा रही हैं। यहां तक कि परनीत कौर पंजाब में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल नहीं हुई थीं।

परनीत कौर के पति और पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। हाल ही में बेटी जयइंद्र कौर ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया था। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि परनीत कौर भी बीजेपी का दामन थामेगी। पिछले कुछ समय से परनीत कौर बीजेपी के कार्यक्रमों में शामिल भी हो रही थीं, तभी से उनके पार्टी में शामिल होने की चर्चाएं थीं।

दो दिन पहले ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। उन्होने पहले ही घोषणा कर दी थी कि परनीत सिंह पटियाला से बीजेपी उम्मीदवार हो सकती हैं। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी और अकाली दल के बीच समझौता होता है, तो भी पटियाला सीट बीजेपी के खाते में आएगी।

बीजेपी में शामिल होने के बाद परनीत कौर ने कहा, "मैं पीएम मोदी के नेतृत्व में अपने निर्वाचन क्षेत्र, अपने राज्य और देश के लिए काम करूंगी। कांग्रेस पार्टी के साथ मेरी अच्छी पारी रही। मुझे उम्मीद है कि बीजेपी के साथ मेरी पारी बेहतर होगी। लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी पर है।"

परनीत कौर चार बार पटियाला सीट से सांसद चुनी जा चुकी हैं। उन्होंने सबसे पहले 1999 में पटियाला से लोकसभा चुनाव जीता। फिर 2004, 2009 और फिर 2019 में यहां से चुनकर लोकसभा पहुंचीं। इस दौरान केंद्र में यूपीए सरकार के कार्यकाल में परनीत कौर 2009 से 2012 तक विदेश राज्य मंत्री भी रहीं। इसके अलावा वह 2014 से 2017 के बीच पटियाला से विधायक भी रह चुकी हैं।

परनीत कौर के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को नुकसान हो सकता है. कांग्रेस ने 2019 के चुनाव में पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से 8 पर जीत हासिल की थी, लेकिन अब पार्टी को राज्य में आप और बीजेपी से कड़ी टक्कर मिल रही है।

दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, गोवा और चंडीगढ़ में सीट-बंटवारे पर समझौता होने के बाद भी कांग्रेस और आप में पंजाब की सीटों को लेकर डील नहीं हो पाई। मौजूदा सीएम भगवंत मान ने पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। आप ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब से 5 राज्य मंत्रियों समेत 8 उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर दी।

दूसरी ओर, बीजेपी राज्य में शिरोमणि अकाली दल के साथ अपने गठबंधन को पुनर्जीवित करके वहां अपनी उपस्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है। अकाली दल ने 2020 में किसान विरोध प्रदर्शन के दौरान एनडीए छोड़ दिया था।

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