भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने बुधवार को गंजम, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिलों के प्रशासन को चक्रवाती तूफान ‘तितली’ की राह में आने वाले सभी संभावित क्षेत्रों को खाली कराने के निर्देश दे दिए हैं। अभी तक करीब 1,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। मौसम विभाग द्वारा चक्रवात ‘तितली’ के गंभीर स्तर पर पहुंचने की सूचना देने के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सभी पांच जिलों के जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि कोई दुर्घटना ना घटे।
गुरुवार तड़के देगा दस्तक, आंध्र प्रदेश में भी अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात ओडिशा तट पर गुरुवार तड़के दस्तक दे सकता है। चक्रवात की वजह से मंगलवार शाम से ही प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कहा कि गुरुवार तड़के 5.30 बजे ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के कलिंगापत्तनम में चक्रवात दस्तक दे सकता है। बताया जा रहा है कि इस दौरान 165 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है।
11 और 12 को सभी स्कूल-कॉलेज बंद
गंजम जिले में पहले ही जिला खाली करने की प्रक्रिया शुरू होने की समीक्षा करने के बाद पटनायक ने कहा कि सभी स्कूलों, कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों को 11-12 अक्तूबर को बंद रखा जाएगा। शिक्षक हालांकि ड्यूटी पर रहेंगे।
सभी अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक
मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पधी ने कहा कि राज्य में 11 अक्तूबर को होने जा रहे छात्र संघ चुनावों को रद्द कर दिया गया है। चक्रवात और इसके साथ भारी बारिश आने की संभावना के बीच सभी अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। तूफान और बारिश से पूरे राज्य के चपेट में आने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात ‘तितली’ गंभीर स्तर को छूते हुए ओडिशा-आंध्र प्रदेश के तटों की तरफ बढ़ रहा है।
आज भूस्खलन होने की संभावना
मौसम विभाग ने कहा कि ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के कलिंगापत्तनम के बीच गुरुवार तड़के भूस्खलन होने की संभावना है। अगले 18 घंटों में गुरुवार तड़के तक इसके बहुत गंभीर स्तर पर पहुंचने की भी संभावना है। गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, नयागढ़, कटक, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, कंधमाल, बौंध और ढेंकनल में गुरुवार तक मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
एनडीआरएफ के 10 दल तैनात
मुख्य सचिव ने कहा कि अब तक राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 10 दल और ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) के आठ दल विभिन्न तटीय और आंतरिक जिलों में तैनात किए जा चुके हैं। विशेष राहत आयुक्त विशुनपाड़ा सेठी ने जिलों को ज्यादा से ज्यादा लोग रखने के लिए 836 शिविरों को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।