बेंगलुरु/नई दिल्ली: ठेकेदार खुदकुशी मामले में कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा की परेशानियां बढ़ती जा रही है। हालांकि उन्होंने कहा है कि वे इस्तीफा नहीं देंगे। ईश्वरप्पा की यह बात मामले में ठेकेदार के परिजनों की शिकायत पर पुलिस की ओर से मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद आयी है। इस ठेकेदार ने व्हाट्सएप संदेश में ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मंगलवार को उडुपी में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। बेलगावी जिले के संतोष के पाटिल का शव निजी लॉज के एक कमरे में मिला था। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने आरोप लगाया कि उसकी मृत्यु के लिए ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं।
मामले में संतोष पाटिल के भाई की शिकायत पर एफआईआर में मंत्री पर संतोष को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया गया है और उन्हें आरोपी नंबर एक बताया गया है। ईश्वरप्पा के सहयोगी बासवराज और रमेश का भी एफआईआर में नाम है। मंत्री ने कहा, "संतोष पाटिल अपने काम का नॉर्म्स का पालन किए बिना पेमेंट चाहते थे। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं, क्या आप, सत्ता में होते तो वर्क ऑर्डर के बिना पेमेंट करते।"
उन्होंने कहा, "यदि वे मेरा इस्तीफा मांग रहे हैं तो निश्चित रूप से मैं इस्तीफा नहीं दूंगा।"
खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताने वाले पाटिल ने 30 मार्च को आरोप लगाया था कि उसने आरडीपीआर विभाग में एक काम किया था और चाहते थे कि इसका भुगतान हो, लेकिन ईश्वरप्पा ने चार करोड़ रुपये के काम में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। मंत्री ने न केवल आरोप का खारिज किया था बल्कि संतोष के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया था।
इस बीच, सूत्रों के अनुसार, भाजपा आलाकमान, केएस ईश्वरप्पा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। आज शाम को इस मामले पर बैठक में फैसला होगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के तहत फैसला होगा। सूत्रों का कहना है कि मंत्री से पार्टी आलाकमान की मांग पर इस्तीफा देने को कहा जा सकता है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि इस मामले में जल्द ही फैसला किया जाएगा। सूत्रों के हवाले से ऐसी खबरें भी आ रही थीं कि ईशवरप्पा इस्तीफा देने जा रहे थे। बता दें कि ईश्वरप्पा के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। उनपर एक ठेके के लिए 40 परसेंट कमीशन मांगने का आरोप लगाने वाला ठेकेदार मंगलवार सुबह उडुपी के एक लॉज में मृत मिला था। इसके बाद से उन पर कार्रवाई की मांग उठ रही थी।
ठेकेदार ने अपने सुसाइड नोट में केएस ईश्वरप्पा को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। ईश्वरप्पा के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का उडुपी थाने में मामला दर्ज हुआ है। पीड़ित के परिवार ने मंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। वहीं इस घटना में ईश्वरप्पा के दो सहयोगियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज हुई है। पुलिस के अनुसार, बेलगावी जिले के संतोष के पाटिल का शव निजी लॉज के एक कमरे में मिला था। उन्होंने बताया कि उसके दोस्त बगल के कमरे में ठहरे हुए थे।