ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

बेंगलुरु: हिन्दूवादी संगठन बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या के बाद कर्नाटक के शिवमोगा शहर में भारी तनाव है। उपद्रवियों ने शहर के अंदर कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया है तो कई जगह तोड़फोड़ पथराव भी की है। घटना के बाद एहतियातन शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी है। पुलिस ने उपद्रवियों पर आंसू गैस के गोले भी दागे हैं।

दर्जी का काम करने वाले बजरंग दल के 26 वर्षीय कार्यकर्ता हर्ष को कल (रविवार, 20 फरवरी) रात करीब 9 बजे अज्ञात लोगों ने चाकू मार दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

इस हमले के बाद, गुस्साए लोगों ने इलाके के कई वाहनों में आग लगा दी। आगजनी को रोकने के लिए पुलिस ने इलाके में भारी बल तैनात किया है। इसके अलावा प्रशासन ने सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रशासन ने अगले आदेश तक स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है। पाबंदी के बावजूद, बजरंग दल के समर्थकों की भारी भीड़ युवक के शव को घर ले जाने के दौरान साथ दिखी।

राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा है कि अब तक की जांच में हत्या और हिजाब विवाद के बीच कोई संबंध सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा, "हिजाब मुद्दे का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। यह अलग-अलग कारणों से हुआ है। शिवमोगा एक संवेदनशील शहर है।"

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई ने कहा है कि पुलिस को जांच के दौरान कई अहम सुराग मिले हैं और वह उन पर काम कर रही है।

इस बीच, कर्नाटक के ग्रामीण विकास मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार पर हिजाब विवाद में की गई उनकी टिप्पणियों को ही हत्या के लिए उकसाने का कारण होने का आरोप लगाया है। ईश्वरप्पा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर आरोप लगाया कि उनके बयान ने अल्पसंख्यक समुदाय में असामाजिक तत्वों को उकसाया है।
मंत्री ने हर्ष को एक ईमानदार व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा, "मुस्लिम गुंडों ने उसकी हत्या कर दी। हाल ही में डीके शिवकुमार ने दावा किया था कि राष्ट्रीय ध्वज को भगवा ध्वज से बदल दिया गया और हिजाब विवाद के विरोध के लिए सूरत में एक कारखाने से लगभग 50 लाख भगवा शॉल मंगवाए गए थे। उनके इन बयानों के बाद ही गुंडागर्दी बढ़ी।"

ईश्वरप्पा की टिप्पणी का जवाब देते हुए, डीके शिवकुमार ने कहा कि वह एक "पागल आदमी" हैं। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी कहा है, "उनकी (ईश्वरप्पा) जुबान और दिमाग के बीच कोई संबंध नहीं है। भाजपा नेतृत्व को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।"

विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने आरोप लगाया है कि राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र राज्य में कानून और व्यवस्था को संभासने में "विफल" रहे हैं। इसलिए उन्हें तत्काल पद छोड़ देना चाहिए।

मीडिया से बात करने वाले एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ऐसा लगता है कि हमला चार लोगों ने किया था। हत्या को हिजाब विवाद से जोड़ने वाली खबरों को खारिज करते हुए अधिकारी ने कहा कि हर्ष हमलावरों को जानता था और यह पुरानी रंजिश का नतीजा है।

मीडिया से बात करते हुए, बजरंग दल के राज्य संयोजक रघु सकलेशपुर ने कहा है कि वे मामले में पुलिस की कार्रवाई से "खुश नहीं" हैं। "वह एक सक्रिय सदस्य थे। हम जल्द ही अगली कार्रवाई का फैसला करेंगे।"

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख