नई दिल्ली: गुजरात के कच्छ में इस रविवार को राम मंदिर निर्माण के लिए इकट्ठा की जा रही चंदे वाली एक रैली में हुई हिंसा के मामले में तीन केस दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद पुलिस ने कम से कम 40 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस हिंसा में कथित रूप से एक मौत हुई है। वहीं एक पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायल हो गए थे। ये गिरफ्तारियां हत्या, दंगा फैलाने, आगजनी और षड्यंत्र सहित कई आरोपों के आधार पर की गई हैं।
पुलिस ने बताया कि रविवार को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए इकट्ठा किए जा रहे चंदे के लिए हुई एक रैली में दो समुदायों के बीच झड़प हुई हुई थी। यह रैली कथित रूप से हिंदूपंथी संगठन विश्व हिंदू परिषद की ओर से की गई थी। हिंसा में घायल पुलिसकर्मी की शिकायत में कहा गया है कि इसमें कथित रूप से 'जोर-जोर से धार्मिक नारे लगाए गए थे, जिससे दूसरा समुदाय भड़क गया।' इसके बाद दोनों पक्षों के बीच 'तलवारें और लाठियां चलीं और आगजनी हुई।'
कच्छ (पूर्वी) की एसपी मयूर पाटिल ने बताया कि मामले को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले फेंकने पड़े थे। उन्होंने बताया कि हिंसा के बाद घटनास्थल से लगभग 200 मीटर की दूरी पर झारखंड के एक मजदूर का शव मिला था। पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या उसकी मौत हिंसा की वजह से हुई है। पुलिस का कहना है कि संगठन के पास रविवार को यह 'रथ यात्रा' करने की अनुमति नहीं थी।
बता दें कि राम मंदिर के फंडिंग के लिए शुरू की गई ऐसी रैलियों में देश के कई हिस्सों से झड़पों की खबरें आ रही हैं। इनमें मध्य प्रदेश का नाम खासतौर पर लिया जा सकता है, जहां पर उज्जैन और मंदसौर जिलों में ऐसी घटनाएं हुई हैं।