अहमदाबाद: गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ खड़े नजर आ रहे पाटिदार नेता हार्दिक पटेल ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। साथ ही कांग्रेस को भी आरक्षण पर सोचने के लिए 7 नवंबर तक की मोहलत दी है। हालांकि, पाटिदार नेताओं और कांग्रेस के बीच सोमवार को हुई बैठक में कई बातों पर सहमति भी बनी। हालांकि, आरक्षण का मुद्दा अब भी बना हुआ है।
आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस के रुख को लेकर अल्टीमेटम देने के बाद हार्दिक पटेल अब नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं। हार्दिक ने कहा है, कि 3 नवंबर को सूरत में होने वाली कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की जनसभा का वह ना ही समर्थन करेंगे और ना ही विरोध करेंगे।
हार्दिक पटेल ने सोमवार (30 अक्टूबर) को कहा, कि 'कांग्रेस इस मसले पर कानूनी राय का इंतजार करने की बात कही है, वह भी उसका इंतजार करने के लिए तैयार हैं।' हार्दिक बोले, 'पाटीदार 7 नवंबर तक आरक्षण पर कांग्रेस के फैसले का इंतजार करेंगे।
उन्होंने कहा, ये भी कहा कि राहुल गांधी खुद इस मामले में बात करना चाहते हैं तो हम जाकर बात करेंगे।
राहुल की रैली में नहीं जाएंगे हार्दिक
गौरतलब है, कि पाटीदार आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नेता हार्दिक पटेल ने कुछ दिन पहले ही इस मामले पर कांग्रेस से तीन नवंबर तक जवाब देने को कहा था। आज की बैठक के बाद पाटीदारों ने साफ किया है कि हार्दिक पटेल तीन नवंबर को होने वाली कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली में नहीं जाएंग।
दो घंटे तक चली इस बैठक के बाद यह भी तय हुआ कि आरक्षण पर दोनों पक्ष कानूनी और तकनीकी सलाह लेने के बाद ही चर्चा करेंगे। हालांकि, कांग्रेस ने भरोसा दिलाया कि आंदोलन के दौरान हिंसा में दोषी पुलिसवालों की जांच के लिए एसआईटी गठित की जाएगी और सभी आरोपी पाटीदारों से राजद्रोह सहित अन्य सभी केस वापस लिए जाएंगे।
कांग्रेस ने कहा है कि आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को 35 लाख रुपए और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
पटेल मुद्दे पर बन रही सहमति
उल्लेखनीय है, कि हार्दिक पटेल ने चेतावनी दी थी कि अगर कांग्रेस ने पटेल समाज पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया तो वो उसका विरोध करेंगे। जिसके बाद सोमवार को पाटीदारों के साथ कांग्रेस नेताओं ने बैठक की। मीटिंग के बाद हार्दिक ने बताया कि पटेल समाज के पांच में से 4 मुद्दों पर कांग्रेस से सहमति बन गई है।
बैठक का निष्कर्ष
1. कांग्रेस हिंसा पर विशेष जांच टीम से जांच कराने को तैयार, पाटीदार समाज के लोगों के खिलाफ दर्ज केस वापस होंगे
2. हिंसा में मरने वालों को आर्थिक सहायता और परिवार के एक व्यक्ति को नोकरी देने का वादा
3. बिन आरक्षण आयोग की स्थापना करके 2000 करोड का फंड
4. आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा बाकी, अगली मीटींग मे होगो चर्चा
गौरतलब है कि गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण के लिए 9 दिसंबर को 19 जिलों में जबकि दूसरे चरणे के तहत 14 दिसंबर को 14 जिलों में वोटिंग होनी है। चुनाव के नतीजे 18 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।