अहमदाबाद: पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने सोमवार को कहा कि वह गुजरात में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस का समर्थन करेंगे। वह राहुल गांधी से 1 से 3 नवंबर के बीच मिल सकते हैं। उत्तरी गुजरात के मंडल में एक रैली को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा, ‘लेकिन धीरज रखें, तुरंत कांग्रेस को समर्थन नहीं दें।’ पटेल यहां दो घंटे देरी से पहुंचे।
उन्होंने स्वीकार किया कि वह अहमदाबाद के उस आलीशान होटल में उस वक्त मौजूद थे, जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी वहां ठहरे थे। लेकिन वह गांधी से नहीं मिले और इस बारे में अटकलें चलती रहीं। पटेल पाटीदार समुदाय के हालिया ज्वलंत आरक्षण आंदोलन के नेता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से मुलाकात की बात तय थी जिसमें एक रोड शो और उत्तर गुजरात में संयुक्त जनसभा भी शामिल है। 24 वर्षीय नेता ने कहा कि कांग्रेस से निमंत्रण मिलने के बाद वह उम्मेद होटल में गए। वहां कांग्रेस के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत से मिला।
हालांकि काफी देर हो गई। मैंने होटल में ठहरने की योजना बनाई लेकिन भाजपा वालों ने सीसीटीवी कैमरे का क्लिप लीक कर दिया। क्योंकि यहां हर चीज उन्हीं की संपत्ति है। उन्होंने कहा, मैं यहां देर से पहुंचने का कारण बता सकता हूं। मैँ यहां मीडिया के कारण नहीं आ पाया। मैं राहुल से नहीं मिला नहीं तो मीडिया इसे कुछ और उड़ा देता। हालांकि मैं मोदी की तरह आधी रात को कोई नवाज शरीफ से नहीं मिलने जा रहा था।
कांग्रेस के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि पटेल की राहुल से मुलाकात 1 से 3 नंवबर के बीच हो सकती है। उस समय राहुल नवसृजन यात्रा के लिए यहां होंगे। गहलोत ने भी कई ट्वीट कर सीसीटीवी कैमरा लीक करने पर भाजपा को आड़े हाथों लिया है।
हार्दिक पटेल का ट्वीट- मैं राहुल गांधी जी से नहीं मिला लेकिन जब मिलूंगा पूरे हिंदुस्तान को बता के जाऊंगा !! उनके अगले गुजरात दौरे पर हम मिलेंगे !! भारत माता की जय कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत के ट्वीट्स - मैं हार्दिक और जिग्नेश से उम्मेद होटल में मिला। आईबी, पुलिस होटल मे हमारे कमरे खंगाल रही थी। नरेन्द्र मोदी जी, ये गांधीजी के गुजरात में क्या हो रहा है? हम खुलेआम कहते हैं कि हम उनसे मिले और आगे भी मिलेंगे।
हार्दिक सरदार पटेल का अपमान करने वाली कांग्रेस के एजेंट: रेशमा
पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति को छोड़कर सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुई रेशमा पटेल ने मंगलवार को आरोप लगाया कि हार्दिक पटेल अब कांग्रेस के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस ने पाटीदार समाज के सर्वोच्च नेता सरदार वल्लभभाई पटेल का अपमान किया था।
रेशमा ने कहा, हार्दिक गंदी राजनीति पर उतर आए हैं। भाजपा ने पाटीदार समाज की ओबीसी कोटे में आरक्षण देने की मांग को छोड़कर सब मांगें मान ली हैं। भाजपा ने जब भी हमारे समाज को कुछ दिया तब हार्दिक ने उसको लॉलीपॉप बताया। लेकिन वह अब कांग्रेस का गुणगान कर रहे हैं। जबकि वह यह नहीं बता पा रहे कि कांग्रेस ने पाटीदार समाज को ऐसा क्या दिया है। या पाटीदार समुदाय को ओबीसी दर्जा देकर आरक्षण दिलाने पर कांग्रेस का क्या रुख है।
उन्होंने कहा कि हार्दिक को पाटीदार आंदोलन से लेना-देना नहीं है। वह हर हाल में भाजपा के विरोध की राजनीति कर रहे हैं। उन्हें कांग्रेस में खुलेआम शामिल होकर ऐसा करना चाहिए। रेशमा ने आरोप लगाया कि हार्दिक ने आंदोलन के नाम पर पैसे खाए हैं। रेशमा ने अपने बारे में कहा कि वह पहले भी भाजपा से जुड़ी थीं और आंदोलन के दौरान इससे दूर हो गई थीं।