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रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकारों से कहा है कि वे देश में सभी के लिए आवास के सपने को साकार करने के लिए आगे आएं। मोदी ने आज (रविवार) 300 गांवों को 'रूर्बन' योजना से शहरी अंदाज में विकसित करने की येाजना का शुभारंभ किया। उन्होंने आज छत्तीसगढ़ की नई राजधानी नया रायपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना एवं इलेक्ट्रानिक मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर का शिलान्यास किया। इसके अलावा छत्तीसगढ़ नवाचार एवं उद्यमिता विकास नीति का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने सत्य साई परिसर में समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी के इतने वर्ष बाद पांच करोड़ परिवार ऐसे हैं जिनके लिए आवास निर्माण आवश्यक है। इनमें से लगभग 2 करोड़ लोग शहरों में और 3 करोड़ लोग गांवों में हैं। ये ऐसे गरीब लोग हैं जिनके लिए अपने संसाधनों से मकान बना पाना संभव नहीं है।

मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने सपना देखा है कि जब वर्ष 2022 में भारत की आजादी के 75 साल पूरे होंगे तब तक सभी नागरिकों के पास स्वयं का आवास हो। उन्होंने कहा कि देश के सभी नागरिक, सभी सरकार, स्थानीय निकाय और जो सार्वजनिक जीवन में हैं, सभी को वर्ष 2022 के लिए संकल्प लेना चाहिए कि जिन महापुरूषों ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया है उन्हें आजादी के 75 वें साल में क्या दे सकते हैं। मोदी ने कहा कि सरकार की मुद्रा योजना नए और पुराने उद्यमियों के लिए है। इस योजना से अब तक दो करोड़ लोगों को एक लाख करोड़ रूपए से ज्यादा राशि दी गई है। इरादा है कि लोग अपना रोजगार बढ़ाएं और गरीबों को रोजगार दें। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में प्रचलित मान्यता रही है कि आर्थिक विकास के लिए निजी क्षेत्र और सार्वजनिक क्षेत्र काम करते हैं। लेकिन भारत जैसे देश में तीसरी विद्या की आवश्कता है और वह तीसरी विद्या पर्सनल सेक्टर है। प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर का अपना उपयोग है, लेकिन वे चाहते हैं कि पर्सनल सेक्टर में हर व्यक्ति उद्यमी बने।

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