नई दिल्ली: सरकार ने चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण में 3,770 करोड़ रूपए की लागत से नौ किलोमीटर से ज्यादा विस्तार के प्रस्ताव को आज (बुधवार) मंजूरी दे दी। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में वाशेरमनपेट से विमकोनगर तक बन रही चेन्नई मेट्रो रेल चरण-एक परियोजना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।’ उसमें कहा गया है, ‘कुल 3,770 करोड़ रूपए की लागत से 9.051 किलोमीटर की लंबाई इसमें शामिल है।’ इस परियोजना को मार्च 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसे मौजूदा विशेष उपयोग वाहन (एसपीवी) चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड के तहत पूरा किया जाएगा, जिसमें केन्द्र और तमिलनाडु सरकार 50-50 प्रतिशत की भागीदार हैं। कुल परियोजना लागत में से भारत सरकार की हिस्सेदारी 713 करोड़ रूपए जबकि राज्य सरकार की भागीदारी 916 करोड़ रूपए होगी। राज्य सरकार की लागत में भूमि और पुनर्वास संबंधी 203 करोड़ रूपए की लागत भी शामिल है।
परियोजना के लिए बाकी की 2,141 करोड़ रूपए की रकम ऋण से जुटायी जाएगी। बयान के अनुसार, मेट्रो चलने के पहले वर्ष में प्रतिदिन यात्रियों की संख्या 1.6 लाख रहने की संभावना है।