चेन्नई: जल्लीकट्टू के आयोजन की मांग को लेकर विभिन्न हलकों से उठ रही आवाजों के बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने आज सांड को काबू में करने के इस खेल के आयोजन को लेकर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि वह इस मुद्दे पर पीछे नहीं हटेगी। इस मुद्दों पर अन्नाद्रमुक की आलोचना को लेकर उन्होंने चिर-प्रतिद्वंद्वी द्रमुक पर जोरदार हमला बोला। पनीरसेल्वम ने कहा कि संप्रग सरकार के समय जारी अधिसूचना में सांड को करतब दिखाने वाले जानवरों की श्रेणी में शामिल किया गया था, जिसके बाद खेलों में इसके इस्तेमाल पर रोक लग गयी। उन्होंने आरोप लगाया कि तब द्रमुक तत्कालीन सरकार की अहम सहयोगी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार उनकी पूर्ववर्ती दिवंगत नेता जयललिता के दिखाये रास्ते पर आगे बढ़ रही है, जिन्होंने कावेरी विवाद और खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जैसे मुद्दों पर तमिलनाडु के अधिकारों की लड़ाई को आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं और तमिलनाडु सरकार अम्मा :जयललिता: के पद चिन्हों का अनुसरण करते हैं और हम जल्लीकट्टू का आयोजन सुनिश्चित करेंगे। हम इस मुद्दे से थोड़ा भी पीछे नहीं हटेंगे।
मैं तमिलनाडु के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम तमिलों की विरासत और संस्कृति को बरकरार रखेंगे।’’