चेन्नई: अन्नाद्रमुक के शीर्ष पद पर नियुक्त हुईं वीके शशिकला ने शनिवार को यहां पार्टी के महासचिव पद की औपचारिक रूप से जिम्मेदारी संभाल ली। इस मौके पर शशिकला ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और इस दौरान वह भावुक भी हुईं। उन्होंने कहा कि अम्मा अब हमारे बीच नहीं हैं लेकिन हमारी पार्टी अगले सौ सालों तक शासन में रहेगी। उन्होंने कहा कि मेरी जिंदगी अम्मा हैं। उन्होंने (जयललिता) ने 75 दिनों तक संघर्ष किया लेकिन ईश्वर ने उन्हें अपने पास बुला लिया। रोयापेत्ताह में यहां अन्नाद्रमुक मुख्यालय को इस मौके के लिए भव्य तौर पर सजाया गया और एमजीआर की मूर्ति के पास एक मंच बनाया गया। महासचिव पद की औपचारिक रूप से जिम्मेदारी संभालने से पहले शशिकला ने पार्टी संस्थापक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। अन्नाद्रमुक प्रवक्ता के अनुसार, शशिकला ने आज सुबह पार्टी प्रमुख का पद औपचारिक रूप से संभाल लिया। महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से पहले नेताओं के स्मारकों पर श्रद्धांजलि देने की द्रविड़ राजनीतिक परंपरा को जारी रखते हुए शशिकला ने शुक्रवार शाम मरीना बीच जाकर एमजीआर स्मारक में जयललिता को उनके समाधि स्थल पर फूल चढाकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एमजी रामचंद्रन और द्रविड़ विचारक एवं तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरै के स्मारकों पर भी फूल चढ़ाए। उन्होंने नम आंखों से उन्हें अन्नाद्रमुक महासचिव नियुक्त करने के पार्टी प्रस्ताव की एक प्रति समाधि स्थल पर रखी।
कुछ समय मौन रहने के बाद उन्होंने सम्मान स्वरूप इस स्थल को दो बार छुआ। इस मौके पर पार्टी के सांसद, मंत्री, पूर्व मंत्री और विधायक मौजूद थे।