नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन में शामिल नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने शनिवार को अपनी राजनीतिक पार्टी लांच कर दी. चढ़ूनी ने ऐलान किया कि उनका दल पंजाब विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारेगा। गुरनाम सिंह चढ़ूनी 40 किसान संगठनों वाले संयुक्त किसान मोर्चा के सक्रिय सदस्य थे। उनका किसान संगठन हरियाणा भारतीय किसान यूनियन उन 40 दलों में शामिल था। मोर्चा ने कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल से भी ज्यादा लंबे वक्त तक चले किसान आंदोलन की अगुवाई की थी।
चढ़ूनी ने कहा कि हमारी पार्टी का नाम संयुक्त संघर्ष पार्टी होगा। उन्होंने कहा कि राजनीति में आने का हमारा इरादा इसे साफ स्वच्छ और ईमानदार लोगों को आगे लाने का है, ताकि वो जनता की सेवा कर सकें। हालांकि चढ़ूनी ने साफ कर दिया कि वो खुद पंजाब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। किसान नेता ने स्पष्ट किया कि किसी अन्य दल से गठबंधन को लेकर अभी कोई बात नहीं हुई है, लेकिन उनकी पार्टी सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रयास करेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि बड़े राजनीतिक दल पूंजीवादियों के फायदे वाली नीतियां बनाते हैं और गरीबों को नजरअंदाज करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी राजनीति के कारण ही पूंजीवादियों का देश पर कब्जा होता जा रहा है। इस कारण आम आदमी की बुनियादी जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही हैं. लिहाजा देश को लूटने वाले ऐसे लोगों को बाहर निकालने की जरूरत है।
चढ़ूनी ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी की पहचान धर्मनिरपेक्ष रहेगी और यह समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्रों में बड़े बदलावों की जरूरत है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके। साथ ही ऐसी फसलों की पैदावार की जरूरत है, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग हो।