नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन का एलान किया है। अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात के बाद इसका एलान किया। उनसे जब सीटों के बंटवारे पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जीतने की संभावना के आधार पर ऐसा किया जाएगा। भाजपा, अमरिंदर की पार्टी और एक अन्य पार्टी का पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन होगा। पंजाब विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है। इस गठबंधन के अलावा कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अकाली दस-बसपा का गठबंधन भी मैदान में है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे दोनों दलों के बीच काफी दिनों से बात चल रही थी। पंजाब विधानसभा चुनाव में हम भाजपा के उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे। वो हमारे प्रत्याशियों का समर्थन करेगी। हालांकि कौन सा दल किस सीट पर चुनाव लड़ेगा, इस पर अभी उन्होंने कुछ जानकारी नहीं दी। गौरतलब है कि कृषि कानूनों की वापसी के बाद अमरिंदर सिंह और भाजपा के बीच नजदीकियां बढ़ी थीं।
अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से भी पहले मुलाकात की थी। पंजाब में यूपी, उत्तराखंड जैसे राज्यों के साथ अगले साल फरवरी मार्च के बीच चुनाव होना है। हालांकि सभी दलों ने जोरशोर से तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह को अभी ताकत जुटानी है, उनकी नजर उन नेताओं पर होगी, जो कांग्रेस से टिकट न मिलने पर उनके पाले में आ सकते हैं। गठबंधन में तीसरा दल सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी है। माना जा रहा है कि कम से कम 70 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ सकती है, वो गठबंधन में सीनियर पार्टनर की भूमिका में होगी। जबकि अमरिंदर की पंजाब लोक कांग्रेस 35 से 40 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है। बाकी सीटें ढींढसा की पार्टी को मिल सकती हैं।
गौरतलब है कि पंजाब में मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद अमरिंदर सिंह से कांग्रेस से अपना 40 साल पुराना नाता तोड़ लिया था। अमरिंदर सिंह ने कहा था कि उन्हें बुरी तरह अपमानित करके मुख्यमंत्री पद से हटाया गया।