चंडीगढ़ (जनादेश ब्यूरो): पंजाब के शीर्ष कानून अधिकारी यानी महाधिवक्ता एपीएस देओल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर 'सियासी फायदे' के लिए झूठी जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है। एक प्रेस वक्तव्य जारी कर देओल ने आरोप लगाया है कि सिद्धू राज्य सरकार और महाधिवक्ता के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं।
पंजाब के महाधिवक्ता एपीएस देओल द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य.
नवजोत सिंह सिद्धू 2015 के पुलिस फायरिंग और बेअदबी कांड मामले में केस की पैरवी करने पर देओल के इस्तीफे की मांग करते रहे हैं। एजी देओल ने 'ड्रग्स' और 'बेअदबी मामलों' में बार-बार बोलने पर पूर्व क्रिकेटर की आलोचना की और कहा है कि मामले में न्याय सुनिश्चित करने के राज्य सरकार के गंभीर प्रयासों को उन्होंने पटरी से उतारने की कोशिश की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सिद्धू अपने राजनीतिक सहयोगियों के बीच राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए गलत सूचना फैला रहे हैं।
शनिवार की सुबह जारी संक्षिप्त बयान में देओल ने लिखा, "अपने स्वार्थी राजनीतिक लाभ के लिए पंजाब में आने वाले चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी के कामकाज को खराब करने के निहित स्वार्थों में पंजाब के महाधिवक्ता के संवैधानिक कार्यालय का राजनीतिकरण करने का एक ठोस प्रयास किया जा रहा है।"
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने कल (शुक्रवार, 5 नवंबर) ही पंजाब कांग्रेस प्रमुख के रूप में अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। उन्होंने चन्नी सरकार में हुई कुछ नियुक्तियों के विरोध में सितंबर में इस पद से इस्तीफा दे दिया था। अब उन्होंने पार्टी को एक नया अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि जैसे ही नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति हो जाएगी, तो वह अपने कार्यालय लौट आएंगे। लेकिन इसमें पेंच फंसता नजर आ रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एपीएस देओल के इस्तीफे को कथित तौर पर खारिज कर दिया है, जिनकी नियुक्ति से सिद्धू नाराज चल रहे हैं।