नई दिल्ली: टीवी सीरियल राम-सिया के लव कुश पर प्रदर्शन के दौरान एक शख्स की मौत के बाद पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सरकार ने जिला कमिश्नर्स को इस पर फौरन बैन के आदेश दिए हैं। टीवी धारावाहिक के खिलाफ "ऐतिहासिक तथ्यों" को कथित रूप से तोड़-मरोड़कर प्रसारित करने का आरोप लगाते हुए पंजाब में शनिवार को वाल्मिकी समुदाय द्वारा आयोजित एक दिवसीय बंद के दौरान राज्य के कई हिस्सों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं और जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।
वाल्मिकी एक्शन समिति का दावा है कि कलर्स टीवी पर प्रसारित धारावाहिक 'राम सिया के लव कुश' में भगवान के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं। उनकी गलत छवि पेश की गयी और ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ किया गया है। इससे उनकी धार्मिक भावना आहत हुई है। संगठन की मांग है कि देशभर में धारावाहिक के प्रसारण पर प्रतिबंध लगाया जाए और इसके निर्देशक तथा कलाकारों को जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने के लिये भारतीय दंड संहिता की धारा के तहत गिरफ्तार किया जाए।
अधिकारियों ने यहां कहा कि जालंधर, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला, फगवाड़ा और फिरोजपुर में व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। इनमें से कुछ जगहों पर उन्हें बंद करा दिया गया। बंद से लुधियाना आंशिक रूप से प्रभावित हुआ था। वैसे दवा दुकानों, क्लीनिकों और एंबुलेंस सेवाएं को बंद से छूट दी गयी थी।
अधिकारियों ने कहा कि कुछ स्थानों से हिंसा की छिटपुट घटनाओं की जानकारी मिली है। इनमें फजिल्का में हुई झड़प और जालंधर के नाकोदार में गोलीबारी की घटना शामिल है।