नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मची खींचतान के बीच पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि अगर राज्य में कांग्रेस चुनाव हार जाती है तो वह मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा है कि सभी मंत्रियों और विधायकों को कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर जिम्मेदारी दी गई है। नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी के टिकट न मिलने के पीछे सीएम और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी को जिम्मेदार बताने वाले बयान को भी उन्होंने खारिज किया है।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि उन्हें अमृतसर या बठिंडा सीट से कांग्रेस की टिकट की पेशकश की गई, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया था। साथ ही सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कौर को टिकट नहीं मिलने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी क्योंकि टिकट बंटवारे का काम दिल्ली में कांग्रेस के आला कमान ने किया था और उन्होंने पवन कुमार बंसल को चुना।
कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने 14 मई को आरोप लगाया था कि अमरिंदर सिंह एवं पार्टी के पंजाब मामलों की प्रभारी आशा कुमारी ने यह सुनिश्चित किया कि उन्हें अमृतसर संसदीय क्षेत्र से टिकट न मिले। चंडीगढ़ लोकसभा सीट से भी टिकट चाह रहीं कौर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने दावा किया है वह अपने दम पर कांग्रेस को राज्य की 13 संसदीय सीटें दिला पाने में सक्षम हैं।
उन्होंने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा था, “कैप्टन साहब और आशा कुमारी सोचते हैं कि मैडम सिद्धू (नवजोत कौर) सांसद का टिकट पाने के योग्य नहीं हैं। अमृतसर से मुझे टिकट इस आधार पर नहीं दिया गया कि अमृतसर में दशहरा के मौके पर हुए ट्रेन हादसे (पिछले साल अक्टूबर में जिसमें 60 लोग मारे गए थे) की वजह से मैं जीत नहीं पाऊंगी। कैप्टन एवं आशा कुमारी ने कहा था कि मैडम सिद्धू जीत नहीं सकती हैं।”
क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री के बीच अंदर ही अंदर सुलग रहा यह गुस्सा पूर्व में कई मौकों पर सामने आया है।