भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को पहला आतंकवादी बताया है। दिग्विजय के इस बयान पर सियासत गरमाती नजर आ रही है। भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से देशभक्तों के साथ दुर्व्यवहार करती रही है। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि भगवा को ही भगवा आतंक बता दिया, इससे बुरा और क्या हो सकता है।
प्रशासन ने बंद कराई गोडसे ज्ञानशाला
ग्वालियर जिला प्रशासन के दखल देने के बाद हिंदू महासभा ने ग्वालियर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की ज्ञानशाला को मंगलवार को बंद कर दिया है। इस ज्ञानशाला की शुरुआत दो दिन पहले 10 जनवरी को ग्वालियर में हिंदू महासभा ने दौलतगंज स्थित अपने दफ्तर में की थी। साथ ही गोडसे की पूजा भी की थी। इसके बाद प्रदेश में सियासत गरमा गई थी और शिवराज सरकार को घेरा जाने लगा था।
सियासी गरमाहट बढ़ने के बाद प्रशासन ने महासभा के पदाधिकारियों से बात की और उस इलाके में धारा 144 लगाकर उन्हें किसी प्रकार की शांति भंग नहीं होने देने का निर्देश दिया है।
ग्वालियर के अपर कलेक्टर किशोर कान्याल ने बताया, ''मीडिया में समाचार आने के बाद दौलतगंज में इस ज्ञानशाला की जानकारी मिली थी। इसके बाद प्रशासन ने हिंदू महासभा के पदाधिकारियों से बात की और नोटिस जारी किया। दौलतगंज इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।'' उधर प्रशासन से बात करने के बाद हिंदू महासभा ने गोडसे की ज्ञानशाला को बंद कर दिया।
आपको बता दें कि नाथूराम गोडसे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की थी। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को देशभक्त करार दिया था। इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ। भाजपा को सफाई देनी पड़ गई थी। पार्टी ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान से खुद को अलग कर लिया था।