भोपाल: मध्य प्रदेश के पांगरी गांव से एक मार्मिक घटना सामने आई है। इसमें आर्थिक परेशानियों के चलते 2 लड़कियां हल चलाने को मजबूर हैं। परिवार के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वो बैल आदि खरीद सकें और यही वजह है कि परिवार की लड़कियां अपना स्कूल छोड़ खेत में अपने पिता का हाथ बंटाने के लिए मजबूर हैं। बसंतपुर पांगरी गांव के रहने वाले सरदार काहला कहते हैं कि "मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं कि मैं खेत जोतने के लिए बैल खरीद सकूं। पैसों की कमी के चलते दोनों ने ही स्कूल छोड़ दिया है, जिससे वो खेत में मेरा हाथ बंटा सके। तस्वीरों में 14 साल की राधिका और 11 साल की कुंती हल चलाते हुए नजर आ रही हैं। इस घटना के सामने आने पर डिस्ट्रिक्ट पब्लिक रिलेशन ऑफिसर आशीष शर्मा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। किसानों को इस बात के साफ निर्देश दिए गए हैं कि इस तरह के कामों में वो बच्चों का इस्तेमाल कतई न करें। परिवार को सरकारी योजनाओं के मुताबिक मदद दी जाएगी। गौरतलब है कि मंदसौर में हुए किसान आंदोलन के बाद से करीब 30 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। कर्जमाफी की मांग को लेकर हुए इस बड़े आंदोलन में पुलिस के साथ झड़प में 6 लोगों की मौत हो गई थी।
इसके बाद राज्य सरकार ने कर्ज माफी के लिए एक नई स्कीम 'कृषि ऋण समाधान योजना' लागू की थी इसके लिए कैबिनेट ने 1000 करोड़ रुपये दिए थे।