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बालाघाट: यहां कोतवाली पुलिस थानांतर्गत भाटन गांव में एक पटाखा कारखाने में बुधवार को अचानक आग लगने से 25 मजदूरों की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि 10 अन्य लोग झुलस गए। बालाघाट के कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि अब तक बीस लोगों के शवों को निकाला गया है। इस हादसे में 10 लोग झुलसे भी हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पतालों में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें लगाता है कि एक या दो व्यक्ति अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं। इसलिए बचाव कार्य जारी है। यादव ने कहा कि यह आग आज शाम वारिस अहमद की पटाखा फैक्टरी में लगी। यह लाइसेंस वाली फैक्टरी थी, जो जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर भाटन गांव में है। उन्होंने बताया कि हादसा उस वक्त हुआ, जब ये मजदूर फैक्टरी में काम कर रहे थे। यादव ने कहा कि आग लगने का असली कारण अब तक पता नहीं चल पाया है। हो सकता है कि किसी ने बीड़ी पीने के बाद वहां फेंक दी हो। उन्होंने कहा कि अब आग को बुझा दिया गया है। जहां फैक्टरी थी, उस इलाके में आवासीय इलाका नहीं था। यादव ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है तथा घायलों का इलाज शासकीय व्यय पर किया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में भी बालाघाट जिले के किनारपुर में एक अवैध फटाका फैक्ट्री में धमाका हुआ था। तब तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी। करीब एक दर्जन घायल हुए थे।

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