मुंबई: मुंबई में होने वाली विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए (इंडिया) की बैठक से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले भी मौजूद थे। इस दौरान शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के पास प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के लिए कई विकल्प हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास केवल एक ही विकल्प है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी और मायावती से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पता नहीं है कि वह किसके पक्ष में हैं। इससे पहले वह भाजपा के साथ बातचीत कर चुकी हैं।
विपक्षी गठबंधन मजबूत विकल्प प्रदान करेगा: शरद पवार
शरद पवार ने कहा कि मुंबई में विपक्षी गठबंधन की बैठक में 28 राजनीतिक दलों के 63 प्रतिनिधि शामिल होंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक गठबंधन में सीट बंटवारे पर कोई चर्चा नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि राकांपा को लेकर कोई भ्रम नहीं है। पिछले महीने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए अपने भतीजे अजित पवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लोग उन लोगों को सबक सिखाएंगे, जो हमें छोड़कर चले गए हैं।
उद्धव ने सरकार को घेरा
पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि विभिन्न विचारधाराओं से जुड़े विपक्षी दलों के गठबंधन का एक साझा उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा करना है। गठबंधन के पीएम चेहरे पर उन्होंने कहा कि हमारे पास पीएम उम्मीदवारों के लिए कई विकल्प हैं, लेकिन भाजपा के पास एक को छोड़कर क्या विकल्प है। इस सवाल पर कि भारत का संयोजक कौन होगा? उद्धव ठाकरे ने पूछा कि एनडीए का संयोजक कौन है?
एलपीजी की कीमत में कटौती पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि जैसे-जैसे इंडिया प्रगति कर रहा है, भाजपा सरकार गैस सिलेंडर मुफ्त दे सकती है। उन्होंने कहा कि हमारी विचारधाराएं अलग हो सकती हैं, लेकिन उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा करना है।
नाना पटोले ने क्या कहा?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि इंडिया गठबंधन की बैठक महाराष्ट्र में होने जा रही है। बेंगलुरु में हम 26 पार्टियां थे, यहां यह 28 पार्टियां हो गई हैं। जैसे-जैसे इंडिया बढ़ेगा, वैसा ही चीन पीछे हटेगा।
भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए एक साथ आए: चव्हाण
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने आईएनडीआईए गठबंधन की तीसरी बैठक पर कहा कि हम लोकतंत्र को बचाने और भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए एक साथ आए हैं। एजेंडे पर चर्चा की जाएगी और हम उसी के अनुसार आगे की चीजें तय करेंगे। 2019 में गैर-भाजपा दलों को 23 करोड़ वोट मिले, जबकि भाजपा को 22 करोड़ वोट मिले। उन्होंने कहा कि अगर हम साथ मिलकर काम करें तो हम जीत सकते हैं।