नागपुर: महाराष्ट्र के पुलगांव स्थित केंद्रीय आयुध डिपो में भीषण आग लगने से दो सैन्य अधिकारियों समेत कम से कम 17 सुरक्षाकर्मियों की आज (मंगलवार) मौत हो गई। यह आयुध डिपो देश का सबसे बड़ा आयुध डिपो है । एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि आग लगने से एक लेफ्टिनेंट कर्नल समेत दो अधिकारियों एवं रक्षा सुरक्षा कोर (डीएससी) के 15 जवानों की मौत हो गई।इस आग में कम से कम 19 अन्य सुरक्षाकर्मी झुलस गए। यह आग कई शेडों में फैल गई जहां हथियार, बम और अन्य विस्फोटक सामान रखा होता है । सूत्रों ने बताया कि निकटवर्ती गांवों के निवासियों को वहां से बाहर निकाला गया है और घायल सुरक्षा कर्मियों को बाहर निकालने में मदद के लिए सेना के हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं। सैन्य अधिकारी ने आग लगने के कारणों के बारे में बताने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘एक शेड में लगी मुख्य आग पर काबू पा लिया गया है। स्थिति को स्थिर करने की कोशिश की जा रही है। इस घटना के कारण और कहीं आग लगने या विस्फोट होने की संभावना से अभी इनकार नहीं किया जा सकता।’’ सेना ने घटना की जांच के आदेश दे दिए है। पुलगांव स्थित केंद्रीय आयुध डिपो भारत का सबसे बड़ा आयुध डिपो है। विभिन्न कारखानों से भंडार पहले यहां आता है और इसके बाद इसे विभिन्न अग्रिम इलाकों में वितरित किया जाता है। पुलगांव नागपुर से 110 किलोमीटर दूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए महाराष्ट्र के पुलगांव स्थित केंद्रीय आयुध डिपो का दौरा करें।
जहां भीषण आग से दो सैन्य अधिकारियों सहित कम से कम 17 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है । मोदी ने आग से हुई लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया तथा घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की ।प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा, ‘‘मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से घटनास्थल पर जाने और स्थिति का जायजा लेने को कहा है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पुलगांव, महाराष्ट्र में केंद्रीय आयुध डिपो में आग से हुई लोगों की मौत से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’’ पुलगांव स्थित केंद्रीय आयुध डिपो देश का सबसे बड़ा आयुध डिपो है ।