नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का निधन हो गया है। वे 82 साल के थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया है। वे अगस्त 2014 में अपने घर में गिरने के बाद से बीमार थे। उन्हें सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद से उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस साल जून में उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका अंतिम संस्कार राजस्थान के जोधपुर में किया गया।
अस्पताल ने एक बयान में कहा था, 'गहरे दुख के साथ सूचित किया जाता है कि माननीय सेवानिवृत्त मेजर एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का 27 सितंबर, 2020 को सुबह करीब 6:55 बजे निधन हो गया। वह 25 जून 2020 से अस्पताल में भर्ती थे। उनके विभिन्न अंगों ने ठीक से काम करना बंद कर दिया था, जिनका इलाज चल रहा था। आज सुबह उन्हें दिल का दौरा भी पड़ा।' अस्पताल ने कहा कि काफी कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सिंह के निधन पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, 'जसवंत सिंह जी ने पूरी लगन के साथ हमारे देश की सेवा की। पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान। अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और विदेश मामलों के विभाग में एक मजबूत छाप छोड़ी। उनके निधन से दुखी हूं।'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राजनीति और समाज के मामलों पर अपने अद्वितीय दृष्टिकोण के लिए याद किए जाएंगे। उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने में भी योगदान दिया। मैं हमेशा हमारी बातचीत को याद रखूंगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन पर कहा, 'अनुभवी भाजपा नेता और पूर्व मंत्री श्री जसवंत सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रभारी सहित कई क्षमताओं से देश की सेवा की। उन्होंने खुद को एक प्रभावी मंत्री और सांसद के रूप में प्रतिष्ठित किया।'
उन्होंने आगे कहा, 'श्री जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश की सेवा के अभूतपूर्व रिकॉर्ड के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।'