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जयपुर (जनादेश ब्यूरो): विश्वासमत प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची गई। उन्होंने कहा अरूणाचल प्रदेश, कर्नाटक, मणिपुर और मध्य प्रदेश  हवाला दिया और कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में हैं। गहलोत ने भाजपा नेताओं से सदन में कहा कि आप लोग अंदर ही अंदर धमकी दे रहे हो। उन्होंने सवाल किया कि चुनी हुई सरकार को गिरा दो क्या यह डेमोक्रेसी है। गहलोत ने भाजपा पर निशान साधते हुए कहा कि 100 चूहे खाकर बिल्ली चली हज को, यह हालत हो गई आपकी पार्टी की। 

गहलोत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का नया रूप देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने तय कर रखा है कि राजस्थान की सरकार गिरा के रहेगी, लेकिन मैं गिरने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को सपने में सरकारें दिख रही हैं। राजस्थान सीएम ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास पढ़ो, तो आपकी आंखें खुल जाएगी। उन्होंने कहा कि आज जो दिल्ली में घमंड दिख रहा है, जनता कब उसे उल्टा कर दे पता नहीं। उन्होंने कहा कि विपक्ष की किसी भी चाल को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

गहलोत ने पायलट के साथ हुए विवाद को लेकर भाजपा से कहा कि हमारे घर में क्या चल रहा है, इस पर फैसला आप करोगे? उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि हमारे सभी विधायकों ने डटकर अपने विधानसभा क्षेत्र में काम किया। इसलिए लोगों के फोन आ रहे हैं कि आप लगे रहना, सरकार गिरनी नहीं चाहिए।

गहलोत ने कहा कि क्या केन्द्रीय मंत्रियों के नाम नहीं आए ऑडियो के अंदर। क्यों नहीं वे अपनी आवाज के टेस्ट कराते हैं? उन्होंने कहा कि खाली सीएम और डिप्टी सीएम को ही नोटिस नहीं भेजा गया था। संभावित गवाह के तौर पर समय और स्थान उनसे पूछा गया था। 

इससे पहले, राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा सरकार को बचाने के लिए दुरुपयोग गया। उन्होंने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा का क्या फोन टैपिंग अनुमति लेकर की गई? कटारिया यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस की प्रतिष्ठा दांव पर लगाई गई। उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार गिराने की मंशा होती तो अविश्वास प्रस्ताव लाते। कांग्रेस के दो खेमे में पिछले दिनों बटने को लेकर गुलाब चंद कटारिया न कहा कि दो खेमे तो आपने बनाए। गलती आप करो और दोष हम पर मढ़ो।

इस बीच, राजस्थान के पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री सचिन पालयट ने उन बातों में दखल देते हुए कहा कि वे सरकार के गुण-अवगुण के बारे में चर्चा करें। पायलट ने कहा, हम क्या बोलते हैं हम पर छोड़ दें।

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