जयपुर (जनादेश ब्यूरो): अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने सत्र के दौरान विश्वास प्रस्ताव लाने तो मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा की है। जिससे कोरोना काल के दौरान विधानसभा का यह विशेष सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है।राजस्थान में लगभग एक महीने से कांग्रेस में जारी सियासी खींचतान के बाद विधानसभा का सत्र शुक्रवार से शुरू होगा। अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने सत्र के दौरान विश्वास प्रस्ताव लाने तो मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा की है। जिसके चलते विधानसभा का यह विशेष सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है। विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले गुरुवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक हुई तो वहीं प्रमुख विपक्ष भाजपा व उसके घटक दल की भी बैठक हुई।
बीएसपी ने छह विधायकों के लिए व्हिप जारी किया
राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी बीएसपी ने अपने छह विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। इसमें उन्हें अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की स्थिति में कांग्रेस के खिलाफ वोट करने के लिए कहा गया है।
गहलोत बोले- हम 19 विधायकों के बगैर भी साबित कर सकते थे बहुमत
कांग्रेस से बागी हुए सचिन पायलट की पार्टी में वापसी के साथ ही पिछले एक महीने से राजस्थान में जारी सियासी संकट आखिरकार समाप्त हो गया है। वहीं, कल होने वाले राजस्थान विधानसभा के विशेष सत्र से पहले आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक से पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की। कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, हम इन 19 विधायकों के बिना भी बहुमत साबित कर सकते थे, लेकिन इससे हमें खुशी नहीं मिलती। हम खुद विश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
बता दें कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट, कांग्रेस के संगठन महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे, केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, अजय माकन और रणदीप सुरजेवाला सहित अन्य विधायक भी मौजूद रहे। उधर, भाजपा की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं। इस बीच भाजपा ने साफ कर दिया कि वह कल यानी शुक्रवार को गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।
कल विधानसभा में कांग्रेस पार्टी एकजुट रहेगी: केसी वेणुगोपाल
इससे पहले राजस्थान कांग्रेस के विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सब कुछ ठीक चलता रहा। अब कांग्रेस परिवार एकजुट है, हम भाजपा की खराब राजनीति के खिलाफ लड़ेंगे। कल विधानसभा में कांग्रेस पार्टी एकजुट रहेगी।
अंत भला तो सब भला: विश्वेंद्र सिंह
कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि ज्यादा कहने को कुछ नहीं है। कांग्रेस एकजुट है। सीएम विधायक दल के नेता हैं और सभी का सम्मान करते हैं। अंत भला तो सब भला। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा चाहती है, तो वे कल अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है, यह उनका काम है। उन्होंने बताया कि बैठक में सीएम ने कहा है कि अगर किसी को कोई शिकायत है, तो वे जब चाहें उससे मिल सकते हैं।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पायलट गुट हुआ शामिल
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर विधायक दल की बैठक में कांग्रेस विधायक शामिल हुए। बैठक में सचिन पायलट और उनका समर्थक गुट के 18 विधायक भी मौजूद रहे।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत से उनके आवास पर मुलाकात की। राजस्थान में कल से विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो रहा है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट, कांग्रेस के संगठन महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे, केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, अजय माकन और रणदीप सुरजेवाला मौजूद हैं।
कांग्रेस ने भंवर लाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह के निलंबन को किया रद्द
अहम बैठक से पहले कांग्रेस ने विधायकों भंवर लाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह के निलंबन को रद्द कर दिया है। इस बात की जानकारी पार्टी के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने दी जानकारी। बता दें कि अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश में शामिल होने के आरोप में दोनों विधायकों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था।
कल हम विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे:गुलाब चंद कटारिया
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि कल हम अपने सहयोगियों के साथ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कहा है कि सरकार में बहुत सारे मतभेद हैं। जिस तरह से उन्होंने संघर्ष किया है, संभावना है कि वे विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव ला सकते हैं, लेकिन हम भी अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए तैयार हैं।
जो भी हुआ उसे भूलने की जरूरत: सीएम गहलोत
सचिन पायलट और बागी विधायकों के पार्टी में लौटने को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि पिछले एक महीने में पार्टी में जो भी गलतफहमी हुई है, हमें देश, राज्य, लोगों और लोकतंत्र के हित को देखते हुए उसे भूलने की जरूरत है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जिनके खिलाफ पायलट ने बगावत की थी और उन्होंने भी पायलट को खूब खरी-खोटी सुनाई थी, वह भी अब कह रहे हैं कि वह पायलट खेमे की ओर से उठाई गई शिकायतों को सुनेंगे।
भाजपा विधायक दल की बैठक हुई, पूर्व सीएम वसुंधरा भी हुईं शामिल
राजधानी जयपुर में भाजपा के पार्टी मुख्यालय में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी मौजूद थीं। वहीं, बताया गया है कि भाजपा में आंतरिक कलह भी है। इसी के चलते भाजपा विधायक दल की बैठक को कई बार टाला गया।
जयपुर लौटे गहलोत समर्थित विधायक, 14 अगस्त से विधानसभा सत्र
बुधवार को गहलोत खेमे के विधायक जैसमेर से जयपुर लौट आए। उन्हें जयपुर के फेयरमोंट होटल में ठहराया गया है, यह वही होटल है, जहां से वे 31 जुलाई को जैसलमेर गए थे। वहीं, जैसलमेर से लौटने के दौरान सभी विधायक गाना गाते सुने गए। दूसरी तरफ, 14 अगस्त से विधानसभा सत्र शुरू होगा।
पायलट गुट के विधायक घर लौटे
गहलोत गुट के विधायक जहां होटल में ठहरे हुए हैं, वहीं पायलट गुट के विधायक अपने-अपने घर पर ही हैं। पायलट समर्थित सभी विधायक दो दिन पहले ही घर लौटे हैं। ये सभी विधायक एक महीने तक होटल में ठहरे हुए थे। मंगलवार शाम वे जयपुर लौट आए। वहीं, बुधवार शाम को पायलट ने इन विधायकों के साथ बैठक भी की थी।
बसपा विधायकों के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
दूसरी तरफ, बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए, इस मामले को कल तक के लिए टाल दिया है। भाजपा विधायक मदन दिलावर की तरफ से ये याचिका दायर की गई है। वहीं, इस संबंध में बसपा ने भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।