जयपुर: राजस्थान में राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार (18 जुलाई) को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। यह बैठक करीब 45 मिनट तक चली। इस दौरान सीएम गहलोत ने राज्यपाल को प्रदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार की तरफ से किए गए प्रयासों की जानकारी दी।
वहीं, राजस्थान के ऑडियो टेप मामले में राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) के बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भी एक प्राथमिकी दर्ज की है। बृहस्पतिवार (16 जुलाई) रात सामने आए ऑडियो टेप में कथित तौर पर राज्य की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त की बात की जा रही है। एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने बताया कि कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी से मिली शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उल्लेखनीय है कि राज्य के मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस ने एक ऑडियो टेप का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को गिरफ्तार करने की मांग की है और आरोप लगाया है कि वह पार्टी के एक बागी विधायक भंवरलाल शर्मा के साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हैं। हालांकि शेखावत ने कहा है कि आडियो में उनकी आवाज नहीं है और वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। शर्मा एवं भाजपा ने इस आडियो को फर्जी बताया है।
वसुंधरा राजे ने तोड़ी चुप्पी
राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने शनिवार (18 जुलाई) को कहा कि कांग्रेस की अंतर्कलह का नुकसान राज्य की आम जनता को हो रहा है। इसके साथ ही राजे ने कहा कि वह पार्टी की निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में वे पार्टी एवं उसकी विचारधारा के साथ खड़ी हैं। राज्य में जारी मौजूदा राजनीतिक रस्साकशी एवं कांग्रेस के भाजपा नेताओं पर आरोप के बीच वसुंधरा राजे ने पहली बार कोई बयान दिया है। राजे ने पहले ट्वीट कर कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस की आतंरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता को उठाना पड़ रहा है।"
बीटीपी ने दिया गहलोत को समर्थन
राजस्थान में भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार को समर्थन देने की सार्वजनिक तौर पर घोषणा की। इन विधायकों ने कहा कि वे अपने पार्टी आलाकमान की अनुमति से अशोक गहलोत सरकार के समर्थन में हैं। राज्य के मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच इन विधायकों ने पहली बार खुलकर यह बात कही है। बीटीपी के विधायकों-- राजकुमार रोत एवं रामप्रसाद ने यहां कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। इन विधायकों ने कहा कि उनके पार्टी अध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार को सशर्त समर्थन देने पर सहमति जताई है।
विधायकों के अनुसार शर्त यही है कि उनके विधानसभा क्षेत्रों में विकास संबंधी उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। बीटीपी के विधायक एवं प्रदेश पदाधिकारी बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिले। गहलोत ने ट्वीट किया, ''बीटीपी के दोनों विधायकों ने उनकी प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ मुलाक़ात कर और अपने मांगपत्र के साथ चर्चा कर सरकार को समर्थन देने की घोषणा की।"