जयपुर/नई दिल्ली: राजस्थान में कांग्रेस ने विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का नाम लेते हुए कहा कि पीएम और अमित शाह देश के लोकतंत्र को नष्ट कर रहे हैं। गहलोत ने भाजपा पर अपनी सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे वक्त में जब देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह मिलकर लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं।
गहलोत ने शुक्रवार को अपने उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और दूसरे कांग्रेस नेताओं के साथ जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कहा, 'इस वक्त हमें यह तय करना है कि कौन दर्द बांट रहा है और कौन दवा।' गहलोत ने मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार गिरने का जिक्र करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया वायरस से जूझ रही थी, तो भाजपा मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को गिराने में व्यस्त थी। 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनावों के पहले अशोक गहलोत लगातार भाजपा पर अपनी सरकार अस्थिर करने और विधायकों के खरीद फरोख्त के आरोप लगा रहे हैं।
बुधवार को उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार ने जानबूझकर राज्यसभा चुनाव टाले थे ताकि उन्हें विधायक इधर-उधर करने का मौका मिल जाए। गहलोत ने आशंका जताई थी कि गुजरात और राजस्थान में राज्यसभा के चुनावों में इरादतन दो माह की देरी की गई क्योंकि वे 'खरीद-फरोख्त' पूरी नहीं कर पाए थे।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि महामारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी लोकतंत्र को ध्वस्त करने में जुटी है। कोरोना काल में राजस्थान सरकार को अस्थिर करने की साजिश की गई। कोरोना से लड़ने में भीलवाड़ा मॉडल की तारीफ हुई। मोदी-शाह प्रजातंत्र का चीरहरण करने की कोशिश कर रहे हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए रिजॉर्ट में रुकने को कहा गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को विधायकों को लालच देकर खरीदे जाने के प्रयासों का आरोप लगाया था। वह स्वयं पूरी व्यवस्था को देख रहे हैं। सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने बताया कि गुरुवार रात को 8-10 विधायक व्यक्तिगत और स्वास्थ्य कारणों से रिजॉर्ट से लौट गए थे कि वे शुक्रवार को वापस आएंगे। अन्य लगभग सभी 100 विधायकों ने बीती रात रिजॉर्ट में बिताई।
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव 19 जून को होगा जिसके लिए कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल ओर नीरज डांगी को प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है वहीं, भाजपा ने शुरुआत में राजेन्द्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया।
200 सीटों की विधानसभा में कांग्रेस के पास पिछले साल बसपा पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों सहित 107 विधायक हैं। पार्टी को राज्य में 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है जबकि भाजपा के पास 72 विधायकों के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायकों का समर्थन प्राप्त है। कांग्रेस के पास अपने दोनों उम्मीदवारों को जिताने के लिए पर्याप्त बहुमत है।