मथुरा: आशुतोष गोवारिकर की फिल्म 'पानीपत' के खिलाफ जाट समाज के युवाओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय इस फिल्म दिखाने वाले सिनेमाघर बाहर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर उनके माध्यम से मुख्यमंत्री से उसके प्रदर्शन पर तुरंत रोक लगाए जाने की मांग की। जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि यह अत्यंत दुख की बात है कि उक्त फिल्म के निर्माताओं ने ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करते हुए भरतपुर के महाराजा सूरजमल जाट जैसे महान पुरूष का 'पानीपत' फिल्म में चित्रण बेहद गलत तरीके से किया गया है। इसलिए वे इस फिल्म पर अविलम्ब रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। यह फिल्म मराठा और अहमद शाह अब्दाली के बीच हुए पानीपत के तीसरे युद्ध पर आधारित है।
सिटी मजिस्ट्रेट डॉ. मनोज कुमार सिंह ने कहा कि आज जाट समाज के कुछ युवा कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र से मिले थे और उन्हें एक ज्ञापन भी दिया था। उनकी प्रमुख मांग यही थी कि भरतपुर नरेश महाराजा सूरजमल का कथित रूप से गलत चित्रण किए जाने की वजह से इस फिल्म के प्रदर्शन पर तुरंत रोक लगाई जाए।
उन्होंने बताया कि पुलिस से यह भी जानकारी मिली है कि यही प्रदर्शनकारी आगरा-दिल्ली बाईपास पर स्थित 'हाईवे प्लाजा के टॉकीज के बाहर भी प्रदर्शन किया और फिल्म के निर्देशक आशुतोष गोवारिकर और उनकी निर्माता पत्नी का पुतला भी फूंका।