गोवा: गोवा में 50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की रंगारंग शुरुआत हुई। इस अवसर पर जाने-माने अभिनेता रंजनीकांत को आईकॉन ऑफ जुबली पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समारोह में केन्द्रीय मंत्री बाबूल सुप्रियो, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सूचना और प्रसारण सचिव अमित खरे तथा फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन मौजूद थे। बच्चन ने अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर फ्रांस की जानी-मानी अभिनेत्री ईसाबेल हुपर्ट को लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ईफ्फी के 50वें संस्करण के उपलक्ष्य में एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया गया। इस अवसर पर आयोजित एक भव्य समारोह में देश और विदेश से फिल्म जगत की जानी-मानी हस्तियों ने भाग लिया।
महोत्सव का उद्घाटन सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया। उन्होंने कहा कि भारत ने फिल्मों के जरिए विश्व में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि भारतीय फिल्मों को विश्वभर में पसंद किया जाता है। श्री जावड़ेकर ने कहा कि एक ही छत के नीचे देश में फिल्मों की शूटिंग की अनुमति देने की व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर फ्रांस की जानी-मानी अभिनेत्री ईसाबेल हुपर्ट को लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 50वें फिल्म महोत्सव का उद्घाटन समारोह पणजी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में दिन के साढे तीन बजे से शुरू हो गया। गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और श्रीपद नाईक फिल्म समारोह के स्वर्ण जयंती अवसर पर उपस्थित रहेंगे। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मेजबान राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे। उद्घाटन समारोह के दौरान रजनीकांत को स्वर्ण जयंती वर्ष के विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
समारोह में अमिताभ बच्चन की आठ फिल्में दिखाई जाएंगी जिनमें शोले भी शामिल है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केन्द्रीय रक्षामंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर पर आधारित सात मिनट की एक फिल्म उद्घाटन समारोह के दौरान प्रदर्शित की जाएगी। प्रख्यात फ्रेंच अभिनेत्री ईसाबेल हुपे को लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सिनेमा में महिलाओं के योगदान को दर्शाने के लिए स्वर्ण जयंती फिल्म महोत्सव में पचास महिला फिल्मकारों की पचास फिल्में दिखाई जाएंगी।
50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में गोवा पर आधारित विशेष खंड होगा जिसमें सात स्थानीय फिल्मों का प्रदर्शन होगा। पचास साल पहले विभिन्न भाषाओं में बनी पचास फिल्में भी दिखाई जाएंगी। पहली बार महोत्सव में दृष्टि बाधित लोगों के लिए ऐसी फिल्में दिखाई जाएंगी जिनमें दृश्यों का विवरण सुनाया जाएगा।