नई दिल्ली: भारतीय सिनेमा के दिग्गज संगीतकार खय्याम का 92 की उम्र में निधन हो गया है। खय्याम लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे और मुंबई के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। सोमवार शाम से ही खय्याम की हालत नाजुक बताई जा रही थी। मशहूर संगीतकार के निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। ख़य्याम ने पहली बार फिल्म 'हीर रांझा' में संगीत दिया लेकिन मोहम्मद रफ़ी के गीत 'अकेले में वह घबराते तो होंगे' से उन्हें पहचान मिली। फिल्म 'शोला और शबनम' ने उन्हें संगीतकार के रूप में स्थापित कर दिया।
खय्याम ने कई हिट फिल्मों जैसे 'कभी-कभी' और 'उमराव जान' के लिए म्यूजिक कंपोज किया था। इन मूवीज के गाने एवरग्रीन माने जाते हैं। मोहम्मद जहुर 'खय्याम' हाशमी ने संगीत की दुनिया में अपना सफर 17 साल की उम्र में लुधियाना से शुरू किया था। उन्हें अपने करियर का पहला मेजर ब्रेक ब्लॉकबस्टर मूवी 'उमराव जान' से मिला था, जिसके गाने आज भी इंडस्ट्री में और लोगों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं।
बता दें कि खय्याम को इस फिल्म के बेहतरीन संगीत के लिए नैशनल अवॉर्ड व फिल्मफेयर अवॉर्ड के साथ ही कई पुरस्कारों से नवाजा गया था।