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दुबई: महिला टी20 विश्व कप का नौवां संस्करण न्यूजीलैंड की ऐतिहासिक जीत के साथ समाप्त हो गया। रविवार को सोफी डिवाइन की टीम ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल मैच में 32 रनों से हराकर टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया। यह पहला मौका है जब न्यूजीलैंड ने आईसीसी टी20 विश्व कप का खिताब जीता है।

दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मुकबले में द. अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। कीवियों ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 158 रन बनाए। जवाब में अफ्रीकी टीम नौ विकेट पर 126 रन ही बना सकी। इस तरह न्यूजीलैंड ने अपना पहला खिताब जीत लिया।

न्यूजीलैंड महिला टी20 क्रिकेट की नई वर्ल्ड चैंपियन बन गई है। सोफी डिवाइन की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड ने पहली बार आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया है। दुबई में रविवार 20 अक्टूबर को खेले गए फाइनल में न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका को 32 रन से हराकर चैंपियनशिप पर कब्जा कर लिया।

इसके साथ ही 15 साल से चला आ रहा उसका इंतजार भी खत्म हो गया। साथ ही टी20 या वनडे में वर्ल्ड कप जीतने वाली न्यूजीलैंड की पहली टीम बन गई। इससे पहले सीनियर मेंस या विमेंस क्रिकेट में न्यूजीलैंड की किसी टीम ने इनमें से कोई वर्ल्ड कप नहीं जीता था। वहीं लगातार दूसरे साल साउथ अफ्रीका का वर्ल्ड कप फाइनल में दिल टूट गया।

न्यूजीलैंड के लिए शानदार रविवार

रविवार 20 अक्टूबर का दिन न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए शानदार अंदाज में शुरू हुआ और उससे भी बेहतर अंदाज में खत्म हुआ। पहले न्यूजीलैंड की मेंस टीम ने करीब 36 साल के लंबे इंतजार के बाद भारत में कोई टेस्ट मैच जीता। टॉम लैथम की टीम ने बेंगलुरु टेस्ट में भारत को 8 विकेट से हराया। इसके बाद दुबई में कीवी विमेंस टीम ने अपने देश का कई सालों से चला आ रहा वर्ल्ड कप खिताब का इंतजार खत्म कर दिया। वहीं साउथ अफ्रीकी क्रिकेट को 4 महीनों के अंदर दूसरी बार फाइनल में दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले जून में मेंस टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में साउथ अफ्रीका को टीम इंडिया से हार मिली थी।

एमेलिया-हैलिडे की बेहतरीन पारियां

न्यूजीलैंड की टीम टॉस हारी लेकिन इसके बावजूद पहले बैटिंग करते हुए उसने 158 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। दूसरे ओवर में ही पहला विकेट गिरने के बाद सूजी बेट्स और एमेलिया कर्र ने पारी को संभाला। यहां पर जल्दी जल्दी बेट्स और और कप्तान सोफी डिवाइन पवेलियन लौट गईं। लेकिन उनकी जगह आई ब्रूक हैलीडे (38) ने बाउंड्री की बारिश कर दी। एमेलिया (43) और हैलीडे के बीच 57 रनों की बेहतरीन साझेदारी हुई। इसके बाद एमेलिया और मैडी ग्रीन ने आखिरी ओवरों में कुछ बाउंड्री बटोर कर टीम को 5 विकेट के नुकसान पर इस स्कोर तक पहुंचाया, जो फाइनल के लिहाज से बेहद मजबूत था।

तेज शुरुआत के बाद लड़खड़ाई साउथ अफ्रीकी बैटिंग

सेमीफाइन में डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेज करते हुए आक्रामक बल्लेबाजी कर जीत दर्ज करने वाली साउथ अफ्रीकी टीम ने इस बार भी यही रुख अपनाया। खास तौर पर कप्तान लॉरा वूलवार्ट (33) ने तो कीवी गेंदबाजों की धुनाई कर डाली। पावरप्ले में टीम ने कोई विकेट नहीं गंवाया था, लेकिन इसके बाद विकेटों का पतझड़ लग गया। सातवें ओवर में पहला विकेट गिरा और फिर 10वें ओवर में एमेलिया कर्र (3/24) ने वूलवार्ट और एनेका बॉश के विकेट झटक लिए. फिर लगातार गेंदों पर मारिजन काप और नडीन डिक्लर्क भी चलते बने और 13 ओवर तक ही 5 विकेट गिर गए थे।

यहां से सारी नजरें सुने लीस और क्लोए ट्रायॉन पर थीं और दोनों ने एक छोटी साझेदारी कर टीम की उम्मीदों को जगाया भी लेकिन ये काफी नहीं था। एमेलिया की तरह ब्रूक हैलीडे ने भी बॉलिंग के बाद बैटिंग में कमाल दिखाया और लीस को आउट कर साझेदारी को तोड़ा। यहां से साउथ अफ्रीका की हार तय हो गई थी और आखिरकार 20 ओवर में टीम 9 विकेट खोकर 126 रन ही बना सकी। इस तरह लगातार दूसरे साल साउथ अफ्रीका को टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया ने उसे फाइनल में शिकस्त दी थी।

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