बंगलुरू: सरफराज खान (150) और ऋषभ पंत (99) की चौथे विकेट के लिए 177 रन की साझेदारी के दौरान भारत ने तीन मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट के चौथे दिन शनिवार को मैच पर शिकंजा कसना शुरू किया था, लेकिन तेज गेंदबाजों ने नयी गेंद से 54 रन के अंदर सात विकेट झटककर न्यूजीलैंड की शानदार वापसी करायी। भारत की दूसरी पारी 462 रन पर सिमटी जिससे न्यूजीलैंड को जीत के लिए 107 रन का लक्ष्य मिला।
सरफराज ने अपनी 195 गेंद की पारी में 18 चौके और तीन छक्के लगाये जबकि पंत ने 105 गेंद की पारी में नौ चौके और पांच छक्के जड़े। न्यूजीलैंड ने लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया ही था कि पहले ओवर के दौरान खराब रोशनी के कारण अंपायरों ने मैच को रोक दिया। इसके बाद तेज बारिश होने लगी और दिन के खेल को समाप्त घोषित कर दिया गया। न्यूजीलैंड अब तक चार गेंद की अपनी दूसरी पारी में खाता नहीं खोल सकी। क्रीज पर उसके दोनों सलामी बल्लेबाज टॉम लाथम और डेवोन कोन्वे मौजूद हैं। खराब रोशनी के कारण मैच रोकने के अंपायरों के फैसले से भारतीय कप्तान रोहित शर्मा खफा भी दिखे।
उन्हें मैदानी अंपायरों से थोडे सख्त लहजे में बात करते भी देखा गया।
बारिश से प्रभावित दिन के खेल के दौरान भारतीय पारी के 80वें ओवर के बाद कप्तान लाथम ने नयी गेंद लेने का फैसला किया और उनके तेज गेंदबाजों ने इस फैसले को सही साबित किया। अनुभवी टिम साउथी ( 53 रन पर एक विकेट) ने सरफराज को आउट कर पंत के साथ उनकी शानदार साझेदारी को तोड़ा. इसके बाद नए गेंदबाज विलियम ओ'राउरकी (92 रन पर तीन विकेट) ने सात गेंद के अंदर पंत और लोकेश राहुल (12) को आउट कर भारत पर फिर से दबाव बना दिया। गेंद पंत के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटों से टकरा गयी, जबकि राहुल विकेटकीपर टॉम ब्लंडेल द्वारा लपके गए। टेस्ट में यह सातवीं बार है जब पंत 90 के बाद आउट होकर शतक पूरा करने से चूक गए।
ओ'राउरकी ने दिन के आखिरी सत्र में रविंद्र जडेजा (पांच) को चलता किया जबकि मैट हेनरी (102 रन पर तीन विकेट) ने पुछल्ले बल्लेबाजों का शिकार कर भारतीय पारी को खत्म किया। इससे पहले अपना पांचवां टेस्ट खेल रहे सरफराज ने दिन की शुरुआत 70 रन की। दिन के पहले घंटे में जब न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों को पिच से मदद मिल रही थी तब उन्होंने लेट कट के शानदार इस्तेमाल से उनकी घार को कुंद किया। न्यूजीलैंड के कप्तान ने जब गेंद स्पिनरों को थमाई तब मुंबई के इस बल्लेबाज ने स्वीप शॉट का शानदार इस्तेमाल कर आसानी से रन बटोरे। उन्होंने टिम साउथी की गेंद पर बैकफुट पंच की मदद से कवर क्षेत्र में चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया और फिर मैदान में दौड़ते हुए टेस्ट करियर के पहले शतक का जश्न मनाया।