पेरिस: भारत को हॉकी टीम के बाद पहलवान अमन सहरावत से भी पदक की आस थी, लेकिन वह पुरुषों के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के सेमीफाइल में गुरुवार को जापान के शीर्ष वरीय रेई हिगुची से एकतरफा अंदाज में हार गए। इस तरह उनका स्वर्ण पदक जीतने का सपना टूट गया, लेकिन उनके पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है। रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता जापान के अनुभवी पहलवान हिगुची ने पहले ही राउंड में तकनीकी श्रेष्ठता से आसानी से 10-0 से जीत दर्ज की।
छत्रसाल अखाड़े के प्रतिभाशाली पहलवान अमन ने प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल में दमदार प्रदर्शन किया था। हालांकि, हिगुची के खिलाफ आक्रामक खेल नहीं दिखा पाए और एक भी अंक नहीं जुटा सके। अब वह शुक्रवार को रात 9.45 बजे कांस्य पदक के मैच में पुअर्तो रिको के डारियान टोई क्रूज से भिड़ेंगे। अमन ने क्वार्टर फाइनल में अल्बेनिया के जेलिमखान अबाकारोव पर तकनीकी श्रेष्ठता (12-0) की जीत से सेमीफाइनल में पहुंचकर कुश्ती में देश की पदक की उम्मीद जगाई थी।
एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता और ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले देश के एकमात्र पुरुष पहलवान अमन ने क्वार्टर फाइनल में अबाकारोव पर आसानी से जीत हासिल की। पहले राउंड में अबाकारोव की पैसिविटी (निष्क्रियता) के कारण एक अंक और फिर टेक डाउन से दो अंक हासिल किए। दूसरे राउंड में भी पूर्व विश्व चैंपियन अबाकारोव का यही हाल रहा जिसके बाद भारत के 21 वर्षीय युवा पहलवान ने फितले बांधने (दोनों पैर पकड़कर कई बार घुमाना) की कोशिश और कामयाब भी हुए। इस तरह उन्होंने लगातार आठ अंक जुटाए और 10 से ज्यादा अंक जुटाकर तकनीकी श्रेष्ठता से जीत गए। पर अबाकारोव ने अंत में मिले दो अंक को चुनौती दी लेकिन रेफरी ने अमन के पक्ष में फैसला किया जिससे उन्हें एक और अंक मिला।
इससे पहले अमन उत्तर मैसेडोनिया के प्रतिद्वंद्वी व्लादिमीर इगोरोव के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन के बूते क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। मुकाबले के दौरान अमन काफी फुर्तीले दिखे और उन्होंने अपना डिफेंस बरकरार रखते हुए पूर्व यूरोपीय चैंपियन पर तकनीकी दक्षता के आधार पर 10-0 से जीत हासिल की। पहले राउंड में 29 वर्षीय इगोरोव थोड़े परेशान दिखे और अमन के आल ऑउट आक्रमण के बाद उन्हें घुटने के लिए चिकित्सा लेनी पड़ी। अमन ने प्रतिद्वंद्वी को वापसी नहीं करने दी। अमन ने टेकडाउन करके दो और अंक जुटाए और 10-0 से बढ़त बना ली जबकि अभी मुकाबला खत्म होने में दो मिनट बाकी थे।