नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनावों में अपने करीबी सहयोगी की जीत के तुरंत बाद संस्था के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि, "दबदबा था, दबदबा रहेगा।" उनकी यह टिप्पणी यही दर्शाती है कि उनका संस्था पर प्रभाव बना रहेगा। बृज भूषण शरण सिंह पर देश की कुछ शीर्ष पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
भारतीय कुश्ती महासंघ के गुरुवार को हुए चुनाव में बृजभूषण के करीबी संजय सिंह को 47 में से 40 वोट मिले और उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण को हरा दिया। श्योराण को साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगट सहित उन सभी पहलवानों का समर्थन प्राप्त था, जिन्होंने बीजेपी सांसद बृज भूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
चुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि यह देश के पहलवानों की जीत है और उन्हें उम्मीद है कि कुश्ती की गतिविधियां जो 11 महीने से रुकी हुई थीं (जब से उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ), अब फिर से शुरू होंगी।
पूर्व कुश्ती महासंघ प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण ने अपने करीबी संजय सिंह को पक्षपात नहीं करने वाला व्यक्ति बताया।
बृज भूषण ने कहा, "एक संदेश दिया गया है। देश का हर अखाड़ा (कुश्ती अकादमी) पटाखे फोड़ रहा है। दबदबा था, दबदबा रहेगा! मैं जीत का श्रेय देश के पहलवानों और मतदाताओं को देना चाहता हूं। मैं सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। चुनाव सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हुए थे... केंद्र यह सुनिश्चित करने के लिए आगे बढ़ा कि चुनाव हो और एक गैर-पक्षपाती व्यक्ति को अध्यक्ष चुना जाए।''
उन्होंने कहा कि "कुश्ती पर 11 महीने का 'ग्रहण' खत्म हो गया है। 10 दिनों के भीतर कुश्ती का परिदृश्य फिर से बदल जाएगा और हम ओलंपिक में वैसा ही प्रदर्शन करेंगे जैसा लोग चाहते हैं।"
साक्षी मलिक ने किया कुश्ती छोड़ने का एलान
संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ का चुनाव जीतने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने जूते टेबल पर रख दिए और कहा कि वे कुश्ती खेलना छोड़ रही हैं।
मलिक ने कहा कि ''पहलवान कुश्ती महासंघ के शीर्ष पद पर एक महिला चाहते थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ... हम लड़े, लेकिन अगर नया अध्यक्ष बृजभूषण का सहयोगी, उनका बिजनेस पार्टनर है, तो मैं कुश्ती छोड़ देती हूं।"
साक्षी मलिक के की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर, बृजभूषण ने मीडिया से कहा, “मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विनेश फोगाट रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ता रहेगा और उन्हें पता नहीं है कि "देश में न्याय कैसे मिल सकता है।" उन्होंने आगे कहा कि "हमारे कुश्ती करियर का भविष्य अंधकार में है। हमें नहीं पता कि कहां जाना है।''