नई दिल्लीः भारत के लिहाज से आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर आई है। ब्रिटेन को पछाड़कर भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। इसी के साथ ब्रिटेन फिसलकर 6वें स्थान पर आ गया है।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) आंकड़ों के अनुसार, यह 'केलकुलेशन' यूएस डॉलर पर आधारित है। अंतरराष्ट्रीस मुद्रा कोष यानी आईएमएफ के अपने पूर्वानुमान बताते हैं कि भारत इस साल सालाना आधार पर डॉलर के मामले में यूके से आगे निकल गया है और अब वह केवल अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी से ही पीछे है। एक दशक में भारत की यह उछाल उल्लेखनीय है। एक दशक पहले भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में 11वें क्रम पर थे जबकि यूके पांचवें नंबर पर था।
यह ब्रिटेन की नई सरकार के लिए बड़ा झटका है। बता दें कि ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य बोरिस जॉनसन के उत्तराधिकारी को चुनेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि नई सरकार में महंगाई और सुस्त इकोनॉमी सबसे बड़ी चुनौती होगी।
यह खबर इसलिए भी अहम है क्योंकि हाल ही में भारत ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आधिकारिक आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों से मालूम चलता है कि भारत दुनिया में सबसे तेज आर्थिक वृद्धि हासिल करने वाली अर्थव्यवस्था है। चालू वित्त वर्ष की पहली पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत रही जो पिछले एक साल में सबसे अधिक है। वहीं, सालाना आधार पर भी भारत की जीडीपी में उछाल आने की संभावनाएं हैं।
भारत की ग्रोथ के आगे चीन आसपास भी नहीं है। अप्रैल-जून तिमाही की चीन की वृद्धि दर 0.4 प्रतिशत रही है। तमाम अनुमान बता रहे हैं कि सालाना आधार पर भी भारत के मुकाबले चीन पीछे रह सकता है। वहीं, ब्रिटेन की बात करें तो उसकी मुश्किलें आने वाले समय में और बढ़ सकती है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ ने बताया है कि भारत इस साल सालाना आधार पर डॉलर के मामले में ब्रिटेन से आगे निकल गया है।