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नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच उपभोक्ताओं पर महंगाई की एक और मार पड़ने वाली है। उपभोक्ताओं को दैनिक इस्तेमाल में आने वाली वस्तुओं जैसे साबुन, खाद्य तेल और पैकेटबंद सामान खरीदने के लिए आने वाले दिन में अधिक कीमत चुकानी होगी। कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी के चलते एफएमसीजी कंपनियों ने अपने उत्पादों की कीमत में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है।

कुछ एफएमसीजी कंपनियां जैसे मैरिको और अन्य ने अपने उत्पाद की कीमत बढ़ा चुके हैं। वहीं, डाबर, पारले और पतंजलि जैसी कंपनियां स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं। एफएमसीजी कंपनियों का कहना है कि वह कच्चे मल की कीमत बढ़ने का असर अपने उत्पाद पर पड़ने का आकलन कर रहे हैं। हालांकि, वह लंबे समय तक कीमत में बढ़ोतरी का फैसला नहीं टाल सकते हैं। आने वाले समय में वह कीमत में बढ़ोतरी करेंगे।

 

पारले प्रोडक्ट्स सीनियर कैटेगरी हेड मयंक शाह ने कहा कि हमने पिछले तीन से चार महीनों में कच्चे माल की लागत और विशेष रूप से खाद्य तेल में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। यह हमारे मार्जिन और लागत पर दबाव डाल रहा है। हालांकि, अभी तक हमने किसी भी उत्पाद की कीमत में बढ़ोतरी नहीं की है, लेकिन हम इसकी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। अगर, लगात में बढ़ोतरी जारी रहता है तो हमा भी उपने उत्पाद की कीमत में बढ़ोतरी करेंगे।

कम से कम बोझ डालने की योजना

शाह ने बताया कि खाद्य तेल का इस्तेमाल सभी उत्पादों में किया जाता है। इसलिए यह चार से पांच फीसदी महंगा होगा। डाबर इंडिया के सीएफओ ललित मलिक ने कहा कि हाल के महीनों में प्रमुख कच्चे माल जैसे आंवला और सोने की कीमत में वृद्धि देखी गई है। हम आगे भी प्रमुख वस्तुओं की कीमत में वृद्धि का अनुमान लगा रहे हैं। हमारा प्रयास होगा कि हम कच्चे माल की कीमत में वृद्धि का असर अपने उत्पाद की कीमत पर कम से कम आने दें। हम अपने उत्पाद की कीमत कम से कम बढ़ाने की योजना में हैं।

पंतजलि इंतजार करने के मूड में

हरिद्वार स्थित पतंजलि आयुर्वेद के प्रवक्ता एस. के तिजारावाला ने कहा कि अभी उत्पाद की कीमत बढ़ाने का फैसला नहीं किया गया है। हम अभी वेट एंड वॉच के मूड में है। हालांकि, अगर कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी जारी रहती है तो हम भी उपने उत्पाद की कीमत बढ़ाने का फैसला करेंगे। सफोला ब्रांड का खाद्य तेल बेचने वाली कंपनी मैरिको ने कहा कि कच्चे माल के दाम में बढ़ोतरी की वजह से खाद्य तेल के दाम बढ़ाना को रोकना मुश्किल था। इसलिए हम कीमत में बढ़ोतरी कर रहे हैं।

कच्चे माल की कीमत में उछाल

एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज के कार्यकारी उपाध्यक्ष अबनेश रॉय ने कहा कि कई प्रमुख कच्चे माल तेजी से बढ़ रहे हैं जैसे कि पाम ऑयल, चाय खोपरा, खाद्य तेल आदि। वहीं, बाजा के जानकारों का कहना है कि हाल के दिनों में कुछ चुनिंदा उत्पाद के दाम तीन से पांच फीसदी बढ़े हैं। इसमें साबुन, पैकेटबंद चावल, चाय आदि प्रमुख हैं।

होम अप्लायंसेस की कीमतों में भी इजाफा

कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी के चलते एलईडी टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन और दूसरे कुछ होम अप्लायंसेस की कीमतें 10 फीसदी तक बढ़ सकती हैं। कंज्यूमर ड्यरेबल बनाने वाली कंपनियों ने इसकी घोषणा पिछले साल यानी दिसंबर में ही कर दी थी। मैन्युफैक्चरर्स का कहना है कि ग्लोबल वेंडर्स से सप्लाई कम होने की वजह से टीवी पैनल्स की कीमतों में 200 फीसदी की वृद्धि हुई है, वहीं क्रूड की कीमतें बढ़ने के चलते प्लास्टिक भी महंगी हो गई है। इसके चलते जनवरी से पैनासोनिक इंडिया, एलजी और थॉमसन ने अपने उत्पादों की कीमत बढ़ाने का फैसला किया था।

 

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