नई दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था अब पटरी पर नजर आ रही है। जीएसटी कलेक्शन लगातार तीसरे महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा। वित्त मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन 1,15,174 रुपये रहा। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह का आंकड़ा अक्टूबर में 1.05 लाख करोड़ रुपये रहा था। फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह का आंकड़ा अक्टूबर में एक लाख करोड़ रुपये के पार गया और नवंबर में लगातार दूसरे महीने यह आंकड़ा एक लाख करोड़ के पार रहा। दिसंबर में भी यह आंकड़ा एक लाख करोड़ के पार रहा।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दिसंबर 2020 में सकल जीएसटी राजस्व 1,15,174 करोड़ रुपये रहा, और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद किसी भी महीने के मुकाबले यह सबसे अधिक है। बयान में कहा गया, ''यह पिछले 21 महीनों में सबसे अधिक मासिक राजस्व वृद्धि है। अभी तक अधिकतम जीएसटी संग्रह अप्रैल 2019 में 1,13,866 करोड़ रुपये रहा था। यह महामारी के बाद तेज आर्थिक सुधार और जीएसटी चोरी और फर्जी बिल के खिलाफ चलाए गए देशव्यापी अभियान, और व्यवस्थागत बदलावों के चलते संभव हुआ।
नवंबर से 31 दिसंबर तक कुल 87 लाख जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल किए गए।
समीक्षाधीन महीने में आयातित वस्तुओं से राजस्व 27 प्रतिशत बढ़ा और घरेलू लेनदेन (आयात सेवाओं सहित) से राजस्व इससे पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले आठ प्रतिशत अधिक रहा। जीएसटी राजस्व में सुधार के हालिया रुझानों के अनुरूप राजस्व संग्रह ने लगातार तीसरे महीने एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार किया। दिसंबर 2020 में कुल राजस्व संग्रह दिसंबर 2019 के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक था।
दिसंबर में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 21,365 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी संग्रह 27,804 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी 57,426 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्र 27,050 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 8,550 करोड़ रुपये (आयात पर एकत्र 971 करोड़ रुपये सहित) रहा।
कोरोना की वजह से प्रभावित हुआ था कलेक्शन
बीते वित्त वर्ष 2019-20 में 12 में से आठ महीनों में जीएसटी राजस्व एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा था। हालांकि, चालू वित्त वर्ष में कोरोना वायरस महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन से जीएसटी राजस्व प्रभावित हुआ है। जीएसटी संग्रह आर्थिक गतिविधियों की स्थिति को दर्शाता है और यह कोरोना वायरस महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण अप्रैल में 32,172 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर चला गया था। हालांकि, लॉकडाउन में राहत के साथ इसमें भी सुधार हुआ।
डेलॉइट इंडिया के वरिष्ठ निदेशक एम एस मणि ने कहा कि जीएसटी संग्रह में लगातार बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था की मजबूती को लेकर भरोसा बढ़ाएगी और इससे पता चलता है कि व्यावसायिक गतिविधियां पूरी तरह फिर से शुरू हो गई हैं और वस्तुओं तथा सेवाओं की मांग तेज बनी हुई है। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि जीएसटी राजस्व में बढ़ोतरी से पता चलता है कि उद्योग सामान्य स्थिति में वापस आ रहा है।
इस वित्त वर्ष में इतना रहा कलेक्शन
महीनाजीएसटी संग्रह करोड़ रुपये में
जनवरी 2020110000
फरवरी 2020105366
मार्च 202097,597
अप्रैल 202032,294
मई 202062,009
जून 202090,917
जुलाई 202087,422
अगस्त 202086,449
सितंबर 202095,480
अक्टूबर 20201,05,155
नवंबर 20201,04,963
दिसंबर 20201,15,174