मुंबई: कोरोना वायरस महामारी के बीच अर्थव्यवस्था में गिरावट के मध्य केंद्रीय बैंक आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में रेपो रेट को चार फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला लिया गया है। लगातार तीसरी बार रेपो रेट को मौजूदा स्तर पर रखा गया है। मुद्रास्फीति का उच्च स्तर और जीडीपी में गिरावट को देखते हुए कई अर्थशास्त्रियों ने पहले ही रेपो रेट को मौजूदा स्तर पर बनाए रखने का अनुमान जताया था।
रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35 प्रतिशत के पूर्व स्तर पर रखा है। केंद्रीय बैंक ने नीति को लेकर "उदार" रुख को बरकरार रखा है। आरबीआई ने मई से रेपो रेट यानी जिस दर पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है उसे 4 प्रतिशत पर रखा हुआ है। यह 19 साल का निम्न स्तर है।