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चेन्नई: पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मेक इन इंडिया’ पहल तब तक सफल नहीं होगी जब तक कि ‘स्किल इंडिया’ सफल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ‘स्किल इंडिया’ तभी सफल हो सकती है जब शिक्षा और शोध समेत विभिन्न मानक विश्व स्तरीय हों। यह पूछे जाने पर कि क्या भारतीय अर्थव्यवस्था सेवा क्षेत्र उन्मुख हो रही है तो चिदंबरम ने कहा, ‘यह अपरिहार्य है। यदि चीन आपसे सस्ते और अधिक सुरक्षित पटाखे बना सकता है तो चीनी पटाखे भारत आएंगे ही, यह होना ही है।’ चिदंबरम यहां आईआईटी मद्रास में भारत में आर्थिक सुधार पर एक व्याख्यान देने के बाद छात्रों के सवालों का जवाब दे रहे थे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘जब तक उत्पादन के मामले में आप प्रतिस्पर्धा में आगे नहीं बढ़ जाते हो, तब तक आप अन्य उत्पादकों को पीछे नहीं छोड़ सकते।’ उन्होंने कहा, ‘हम क्यों एक औद्योगिक अर्थव्यवस्था के बजाय सेवा क्षेत्र की अर्थव्यवस्था बन रहे हैं? यह इसलिए है क्योंकि सेवाएं उपलब्ध कराने के मामले में हमने प्रतिस्पर्धा के एक स्तर को पा लिया है।

इसलिए मेक इन इंडिया केवल तभी सफल हो सकता है यदि स्किल इंडिया सफल होता है और स्किल इंडिया तब सफल होगा जब हमारे शिक्षा मानक विश्व स्तरीय होंगे।’

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